आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू फसल सीजन के खरीफ तो मक्का की पैदावार में बढ़ोतरी हुई ही है, साथ ही रबी में मक्का की बुवाई ज्यादा हुई है तथा उत्पादक राज्यों में मौसम भी फसल के अनुकूल है। ऐसे में रबी सीजन में भी मक्का की पैदावार ज्यादा होने का अनुमान है। विदेशी बाजार में मक्का के भाव कम होने के कारण हमारे यहां से निर्यात पड़ते नहीं लग रहे हैं, इसलिए आगे मक्का की कीमतों में नरमी ही आने का अनुमान है।
दिल्ली में इस समय मक्का के भाव 1,575 से 1,600 रुपये, निजामबाद मंडी में भाव 1,370 से 1,470 रुपये, दावणगिरी में 1,595 रुपये, करीमनगर में 1,460 रुपये, सांगली में 1,510 रुपये, गुलाबबाग में 1,500 से 1,660 रुपये, जलगांव में 1,430 रुपये, मुंबई में 1,600 रुपये तथा मल्कापुर 1,520 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं। इस समय उत्पादक मंडियों में खरीफ मक्का की आवक हो रही है, जबकि स्टार्च मिलों के साथ पोल्ट्री फीड निर्माताओं की मांग भी स्थिर बनी हुई है। मार्च में रबी मक्का की आवक चालू हो जायेगी, इसलिए आगामी दिनों में इसकी कीमतों में गिरावट ही आने का अनुमान है।
चालू सप्ताह के आखिर में अमेरिका से मक्का के वियतनाम के आयात सौदे 180 डॉलर प्रति टन (सीएंडएफ) और चीन के आयात सौदे 175 डॉलर प्रति टन (सीएंडएफ) की दर से हुए हैं तथा इनमें सप्ताहभर में करीब 6 से 10 डॉलर प्रति टन की गिरावट आई है। अतः विश्व बाजार में मक्का के भाव भारत की तुलना में कम होने के कारण भारत से निर्यात नहीं हो पा रहा है जबकि उत्पादन ज्यादा होने से उपलब्धता ज्यादा है।
कृषि मंत्रालय के पहले आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2016-17 के खरीफ सीजन में मक्का का उत्पादन बढ़कर 193 लाख टन का हुआ है जबकि पिछले साल खरीफ सीजन में इसका उत्पादन 152.4 लाख टन का ही हुआ था। चालू रबी में भी मक्का की बुवाई बढ़कर 14.72 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 13.46 लाख हैक्टेयर में ही बुवाई हुई थी। ..............आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू फसल सीजन के खरीफ तो मक्का की पैदावार में बढ़ोतरी हुई ही है, साथ ही रबी में मक्का की बुवाई ज्यादा हुई है तथा उत्पादक राज्यों में मौसम भी फसल के अनुकूल है। ऐसे में रबी सीजन में भी मक्का की पैदावार ज्यादा होने का अनुमान है। विदेशी बाजार में मक्का के भाव कम होने के कारण हमारे यहां से निर्यात पड़ते नहीं लग रहे हैं, इसलिए आगे मक्का की कीमतों में नरमी ही आने का अनुमान है।
दिल्ली में इस समय मक्का के भाव 1,575 से 1,600 रुपये, निजामबाद मंडी में भाव 1,370 से 1,470 रुपये, दावणगिरी में 1,595 रुपये, करीमनगर में 1,460 रुपये, सांगली में 1,510 रुपये, गुलाबबाग में 1,500 से 1,660 रुपये, जलगांव में 1,430 रुपये, मुंबई में 1,600 रुपये तथा मल्कापुर 1,520 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं। इस समय उत्पादक मंडियों में खरीफ मक्का की आवक हो रही है, जबकि स्टार्च मिलों के साथ पोल्ट्री फीड निर्माताओं की मांग भी स्थिर बनी हुई है। मार्च में रबी मक्का की आवक चालू हो जायेगी, इसलिए आगामी दिनों में इसकी कीमतों में गिरावट ही आने का अनुमान है।
चालू सप्ताह के आखिर में अमेरिका से मक्का के वियतनाम के आयात सौदे 180 डॉलर प्रति टन (सीएंडएफ) और चीन के आयात सौदे 175 डॉलर प्रति टन (सीएंडएफ) की दर से हुए हैं तथा इनमें सप्ताहभर में करीब 6 से 10 डॉलर प्रति टन की गिरावट आई है। अतः विश्व बाजार में मक्का के भाव भारत की तुलना में कम होने के कारण भारत से निर्यात नहीं हो पा रहा है जबकि उत्पादन ज्यादा होने से उपलब्धता ज्यादा है।
कृषि मंत्रालय के पहले आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2016-17 के खरीफ सीजन में मक्का का उत्पादन बढ़कर 193 लाख टन का हुआ है जबकि पिछले साल खरीफ सीजन में इसका उत्पादन 152.4 लाख टन का ही हुआ था। चालू रबी में भी मक्का की बुवाई बढ़कर 14.72 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 13.46 लाख हैक्टेयर में ही बुवाई हुई थी। ..............आर एस राणा
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