आर एस राणा
नई दिल्ली। दिसंबर महीने में खाद्य तेलों का आयात घटकर 1,209,685 टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल दिसंबर में इनका आयात 1,420,902 टन का हुआ था। चालू तेल वर्ष 2016-17 के पहले दो महीनों नवंबर-दिसंबर के दौरान खाद्य तेलों के आयात में 14 फीसदी की कमी आकर कुल आयात 2,385,149 टन का हुआ है जबकि पिछले तेल वर्ष की समान अवधि में इनका आयात 2,758,337 टन का हुआ था।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (एसईए) के अनुसार खाद्य तेलों के आयात में कमी खरीफ सीजन में तिलहनों की पैदावार ज्यादा हुई है, जिससे घरेलू बाजार में खाद्य तेलों की उपलब्धता बढ़ी है, साथ ही नोटबंदी का असर भी खाद्य तेलों के आयात पर पड़ा है। नोट बंदी के कारण घरेलू बाजार में खाद्य तेलों की मांग प्रभावित हुई है।
विश्व बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों में आई तेजी के कारण आयातित खाद्य तेलों के दाम भी बढ़े हैं। नवंबर महीने में आयातित आरबीडी पामोलीन का भाव भारतीय बंदरगाह पर 729 डॉलर प्रति टन था, वहीं दिसंबर में इसके भाव बढ़कर 773 डॉलर प्रति टन हो गए। इसी तरह से क्रुड पाम तेल के भाव भी दिसंबर महीने में बढ़कर 772 डॉलर प्रति टन हो गए, जबकि नवंबर में इसका भाव 729 डॉलर प्रति टन था। क्रुड सोयाबीन तेल का भाव बढ़कर इस दौरान 844 डॉलर प्रति टन से बढ़कर 887 डॉलर प्रति टन हो गया। एसईए के अनुसार क्रुड पाम तेल और आरबीडी पामोलीन की कीमतों में अंतर होने के कारण आरबीडी पामोलीन के आयात में बढ़ोतरी हुई है।.............आर एस राणा
नई दिल्ली। दिसंबर महीने में खाद्य तेलों का आयात घटकर 1,209,685 टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल दिसंबर में इनका आयात 1,420,902 टन का हुआ था। चालू तेल वर्ष 2016-17 के पहले दो महीनों नवंबर-दिसंबर के दौरान खाद्य तेलों के आयात में 14 फीसदी की कमी आकर कुल आयात 2,385,149 टन का हुआ है जबकि पिछले तेल वर्ष की समान अवधि में इनका आयात 2,758,337 टन का हुआ था।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (एसईए) के अनुसार खाद्य तेलों के आयात में कमी खरीफ सीजन में तिलहनों की पैदावार ज्यादा हुई है, जिससे घरेलू बाजार में खाद्य तेलों की उपलब्धता बढ़ी है, साथ ही नोटबंदी का असर भी खाद्य तेलों के आयात पर पड़ा है। नोट बंदी के कारण घरेलू बाजार में खाद्य तेलों की मांग प्रभावित हुई है।
विश्व बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों में आई तेजी के कारण आयातित खाद्य तेलों के दाम भी बढ़े हैं। नवंबर महीने में आयातित आरबीडी पामोलीन का भाव भारतीय बंदरगाह पर 729 डॉलर प्रति टन था, वहीं दिसंबर में इसके भाव बढ़कर 773 डॉलर प्रति टन हो गए। इसी तरह से क्रुड पाम तेल के भाव भी दिसंबर महीने में बढ़कर 772 डॉलर प्रति टन हो गए, जबकि नवंबर में इसका भाव 729 डॉलर प्रति टन था। क्रुड सोयाबीन तेल का भाव बढ़कर इस दौरान 844 डॉलर प्रति टन से बढ़कर 887 डॉलर प्रति टन हो गया। एसईए के अनुसार क्रुड पाम तेल और आरबीडी पामोलीन की कीमतों में अंतर होने के कारण आरबीडी पामोलीन के आयात में बढ़ोतरी हुई है।.............आर एस राणा
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