आर एस राणा
नई दिल्ली। पहली अक्टूबर से शुरु हुए चालू पेराई सीजन 2016-17 में 31 दिसंबर 2016 तक 80.90 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जोकि पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 0.4 फीसदी ज्यादा है। पिछले साल 31 दिसंबर तक 80.56 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था
इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) के अनुसार इस समय देशभर में 462 चीनी मिलों में गन्ने की पेराई चल रही है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 481 चीनी मिलों में पेराई चल रही थी। सबसे बड़े उत्पादक राज्य महाराष्ट्र में 147 चीनी मिलों में गन्ने की पेराई चल रही थी, जिनमें से 25 चीनी मिलों में पेराई बंद हो चुकी है। जिन चीनी मिलों में पेराई बंद हुआ है वह महाराष्ट्र के मराठवाडा, सोलापुर और अहमदनगर में बंद हुई है जहां सूखे का ज्यादा असर था।
महाराष्ट्र में चालू पेराई सीजन में पहली अक्टूबर से 31 दिसंबर तक चीनी का उत्पादन घटकर 25.25 लाख टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में राज्य में 33.70 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका था। महाराष्ट्र के सूखा प्रभावित क्षेत्रों मराठवाड़ा और सोलापुर में चालू पेराई सीजन में गन्ने में रिकवरी भी कम होकर 10.52 फीसदी की रही है जबकि पिछले साल इन राज्यों में रिकवरी 10.43 फीसदी की थी।
उत्तर प्रदेश में चालू पेराई सीजन में 31 दिसंबर 2016 तक 27.40 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जबकि पिछले साल की समान अवधि में राज्य में 17.97 लाख टन चीनी का ही उत्पादन हुआ था। कर्नाटका में चालू पेराई सीजन में 31 दिसंबर तक 15.60 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य में 15.94 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका था। कर्नाटका में भी 5 चीनी मिलों में पेराई बंद हो चुका है। इस्मा के अनुसार कर्नाटका में पिछले साल कुल चीनी का उत्पादन 40.5 लाख टन का हुआ था जबकि चालू पेराई सीजन में कुल 31 लाख टन ही चीनी का उत्पादन होने का अनुमान है।
अन्य राज्यों गुजरात में चालू पेराई सीजन में पहली अक्टूबर से 31 दिसंबर तक 3.50 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जबकि पिछले साल की समान अवधि में राज्य में 4.61 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। तमिलनाडु में चालू पेराई सीजन में अभी तक 1.25 लाख टन, आंध्रप्रदेश और तेलंगाना में 1.80 लाख टन, बिहार में 1.50 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है। हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में चालू पेराई सीजन में अभी तक 4.45 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इन राज्यों में 3.85 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था।
महाराष्ट्र में चालू महीने में कुछ और चीनी मिलों में पेराई बंद होने का अनुमान है ऐसे में चालू महीने के मध्य तक चीनी की कीमतों में और भी 75 से 100 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आने का अनुमान है। माना जा रहा है कि जनवरी के आखिर में चीनी की कीमतों कुछ गिरावट आयेगी, तभी स्टॉकिस्टों की खरीद निकलने की संभावना है। मंगलवार को दिल्ली में चीनी के भाव 3,800 से 3,875 रुपये, उत्तर प्रदेश में 3,600 से 3,750 रुपये, बिहार में 3,700 से 3,750 रुपये, महाराष्ट्र में 3,325 से 3,400 रुपये, कर्नाटका में 3,300 से 3,350 रुपये और हरियाणा में 3,625 से 3,700 रुपये प्रति क्विंटल (ड्यूटी अलग) रहे।..........आर एस राणा
नई दिल्ली। पहली अक्टूबर से शुरु हुए चालू पेराई सीजन 2016-17 में 31 दिसंबर 2016 तक 80.90 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जोकि पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 0.4 फीसदी ज्यादा है। पिछले साल 31 दिसंबर तक 80.56 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था
इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) के अनुसार इस समय देशभर में 462 चीनी मिलों में गन्ने की पेराई चल रही है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 481 चीनी मिलों में पेराई चल रही थी। सबसे बड़े उत्पादक राज्य महाराष्ट्र में 147 चीनी मिलों में गन्ने की पेराई चल रही थी, जिनमें से 25 चीनी मिलों में पेराई बंद हो चुकी है। जिन चीनी मिलों में पेराई बंद हुआ है वह महाराष्ट्र के मराठवाडा, सोलापुर और अहमदनगर में बंद हुई है जहां सूखे का ज्यादा असर था।
महाराष्ट्र में चालू पेराई सीजन में पहली अक्टूबर से 31 दिसंबर तक चीनी का उत्पादन घटकर 25.25 लाख टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में राज्य में 33.70 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका था। महाराष्ट्र के सूखा प्रभावित क्षेत्रों मराठवाड़ा और सोलापुर में चालू पेराई सीजन में गन्ने में रिकवरी भी कम होकर 10.52 फीसदी की रही है जबकि पिछले साल इन राज्यों में रिकवरी 10.43 फीसदी की थी।
उत्तर प्रदेश में चालू पेराई सीजन में 31 दिसंबर 2016 तक 27.40 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जबकि पिछले साल की समान अवधि में राज्य में 17.97 लाख टन चीनी का ही उत्पादन हुआ था। कर्नाटका में चालू पेराई सीजन में 31 दिसंबर तक 15.60 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य में 15.94 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका था। कर्नाटका में भी 5 चीनी मिलों में पेराई बंद हो चुका है। इस्मा के अनुसार कर्नाटका में पिछले साल कुल चीनी का उत्पादन 40.5 लाख टन का हुआ था जबकि चालू पेराई सीजन में कुल 31 लाख टन ही चीनी का उत्पादन होने का अनुमान है।
अन्य राज्यों गुजरात में चालू पेराई सीजन में पहली अक्टूबर से 31 दिसंबर तक 3.50 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जबकि पिछले साल की समान अवधि में राज्य में 4.61 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। तमिलनाडु में चालू पेराई सीजन में अभी तक 1.25 लाख टन, आंध्रप्रदेश और तेलंगाना में 1.80 लाख टन, बिहार में 1.50 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है। हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में चालू पेराई सीजन में अभी तक 4.45 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इन राज्यों में 3.85 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था।
महाराष्ट्र में चालू महीने में कुछ और चीनी मिलों में पेराई बंद होने का अनुमान है ऐसे में चालू महीने के मध्य तक चीनी की कीमतों में और भी 75 से 100 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आने का अनुमान है। माना जा रहा है कि जनवरी के आखिर में चीनी की कीमतों कुछ गिरावट आयेगी, तभी स्टॉकिस्टों की खरीद निकलने की संभावना है। मंगलवार को दिल्ली में चीनी के भाव 3,800 से 3,875 रुपये, उत्तर प्रदेश में 3,600 से 3,750 रुपये, बिहार में 3,700 से 3,750 रुपये, महाराष्ट्र में 3,325 से 3,400 रुपये, कर्नाटका में 3,300 से 3,350 रुपये और हरियाणा में 3,625 से 3,700 रुपये प्रति क्विंटल (ड्यूटी अलग) रहे।..........आर एस राणा
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