आर एस राणा
नई दिल्ली। घरेलू बाजार में चना की कीमतों में आई तेजी के कारण दिसंबर महीने में इसके आयात में भारी बढ़ोतरी हुई है। सूत्रों के अनुसार दिसंबर महीने में चने का आयात बढ़कर 1.37 लाख टन का हुआ है जबकि नवंबर महीने में इसका आयात केवल 53,936 टन का ही हुआ था, दिसंबर में चना का सबसे ज्यादा आयात आस्ट्रेलिया से हुआ है। दिसंबर 2015 में चना का आयात 1.20 लाख टन का हुआ था।
आस्ट्रेलिया में चना की नई फसल आने से आमतौर पर दिसंबर से आयात में बढ़ोतरी तो होती है लेकिन इस बार घरेलू बाजार में चना के दाम ज्यादा होने के आयात सौदे ज्यादा मात्रा में हुए हैं तथा जनवरी में आयात दिसंबर के मुकाबले लगभग दोगुना होने का अनुमान है। एक अनुमान के अनुसार जनवरी में चना का आयात बढ़कर 3 से 3.50 लाख टन होने का अनुमान है। नवंबर-दिसंबर में भारतीय आयातकों द्वारा चने के बड़ी मात्रा में आयात सौदे किए गए हैं।..........आर एस राणा
नई दिल्ली। घरेलू बाजार में चना की कीमतों में आई तेजी के कारण दिसंबर महीने में इसके आयात में भारी बढ़ोतरी हुई है। सूत्रों के अनुसार दिसंबर महीने में चने का आयात बढ़कर 1.37 लाख टन का हुआ है जबकि नवंबर महीने में इसका आयात केवल 53,936 टन का ही हुआ था, दिसंबर में चना का सबसे ज्यादा आयात आस्ट्रेलिया से हुआ है। दिसंबर 2015 में चना का आयात 1.20 लाख टन का हुआ था।
आस्ट्रेलिया में चना की नई फसल आने से आमतौर पर दिसंबर से आयात में बढ़ोतरी तो होती है लेकिन इस बार घरेलू बाजार में चना के दाम ज्यादा होने के आयात सौदे ज्यादा मात्रा में हुए हैं तथा जनवरी में आयात दिसंबर के मुकाबले लगभग दोगुना होने का अनुमान है। एक अनुमान के अनुसार जनवरी में चना का आयात बढ़कर 3 से 3.50 लाख टन होने का अनुमान है। नवंबर-दिसंबर में भारतीय आयातकों द्वारा चने के बड़ी मात्रा में आयात सौदे किए गए हैं।..........आर एस राणा
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