आर एस राणा
नई दिल्ली। उंचे भाव में बासमती चावल और धान की कीमतों में मंगलवार को हल्की गिरावट देखी गई लेकिन बासमती चावल में निर्यातकों की बढ़ी हुई मांग को देखते हुए आगे इसके भाव में और तेजी आने की संभावना है। हरियाणा की कैथल मंडी में पूसा 1,121 बासमती चावल सेला का भाव बढ़कर 5,700 रुपये प्रति क्विंटल हो गया था, लेकिन मंगलवार को भाव 5,500 रुपये प्रति क्विंटल रह गया। इसी तरह से पूसा 1,121 बासमती धान के भाव 3,000 रुपये प्रति क्विंटल हो गए थे, जोकि मंगलवार को घटकर 2,800 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। इस समय ईरान के साथ ही अन्य आयातक देशों की आयात मांग अच्छी बनी हुई है।
चालू वित्त वर्ष 2016-17 के पहले अप्रैल से नवंबर के दौरान बासमती चावल का निर्यात 25.79 लाख टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2015-16 की समान अवधि में इसका निर्यात 27.02 लाख टन का हुआ था। मूल्य के हिसाब से चालू वित्त वर्ष 2016-17 के अप्रैल से नवंबर के दौरान बासमती चावल का निर्यात 13,574.75 करोड़ रुपये का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2015-16 की समान अवधि में 15,618.05 करोड़ रुपये का निर्यात हुआ था।
व्यापारियों के अनुसार जनवरी से मार्च के दौरान बासमती चावल का निर्यात ज्यादा होगा, जबकि चालू सीजन में बासमती चावल की कुल पैदावार पिछले साल की तुलन में कम हुई है। उत्पादक मंडियों में बासमती धान की दैनिक आवक कम हो रही है, इसलिए आगे बासमती चावल के साथ ही धान की कीमतों में और भी तेजी आने का अनुमान है।.............आर एस राणा
नई दिल्ली। उंचे भाव में बासमती चावल और धान की कीमतों में मंगलवार को हल्की गिरावट देखी गई लेकिन बासमती चावल में निर्यातकों की बढ़ी हुई मांग को देखते हुए आगे इसके भाव में और तेजी आने की संभावना है। हरियाणा की कैथल मंडी में पूसा 1,121 बासमती चावल सेला का भाव बढ़कर 5,700 रुपये प्रति क्विंटल हो गया था, लेकिन मंगलवार को भाव 5,500 रुपये प्रति क्विंटल रह गया। इसी तरह से पूसा 1,121 बासमती धान के भाव 3,000 रुपये प्रति क्विंटल हो गए थे, जोकि मंगलवार को घटकर 2,800 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। इस समय ईरान के साथ ही अन्य आयातक देशों की आयात मांग अच्छी बनी हुई है।
चालू वित्त वर्ष 2016-17 के पहले अप्रैल से नवंबर के दौरान बासमती चावल का निर्यात 25.79 लाख टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2015-16 की समान अवधि में इसका निर्यात 27.02 लाख टन का हुआ था। मूल्य के हिसाब से चालू वित्त वर्ष 2016-17 के अप्रैल से नवंबर के दौरान बासमती चावल का निर्यात 13,574.75 करोड़ रुपये का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2015-16 की समान अवधि में 15,618.05 करोड़ रुपये का निर्यात हुआ था।
व्यापारियों के अनुसार जनवरी से मार्च के दौरान बासमती चावल का निर्यात ज्यादा होगा, जबकि चालू सीजन में बासमती चावल की कुल पैदावार पिछले साल की तुलन में कम हुई है। उत्पादक मंडियों में बासमती धान की दैनिक आवक कम हो रही है, इसलिए आगे बासमती चावल के साथ ही धान की कीमतों में और भी तेजी आने का अनुमान है।.............आर एस राणा
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