आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू फसल सीजन 2016-17 में सबसे बड़े उत्पदक राज्य राजस्थान में ग्वार सीड का उत्पादन घटकर केवल 19,62,424 टन ही होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसका उत्पादन 22,23,474 टन का हुआ था।
राज्य के कृषि निदेशालय के अनुसार चालू सीजन में राज्य में ग्वार सीड की बुवाई 35.76 लाख हैक्टेयर में ही हुई थी, तथा प्रति हैक्टेयर उत्पादकता 549 प्रति किलोग्राम प्रति हैक्टेयर बैठी है जबकि पिछले साल 47.86 लाख हैक्टेयर में ग्वार सीड की बुवाई हुई थी।
चालू वित्त वर्ष 2016-17 के पहले सात महीनों अप्रैल से अक्टूबर के दौरान ग्वार गम उत्पादों का निर्यात बढ़कर 1,95,602 टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इनका निर्यात 1,82,723 टन का ही हुआ था। सूत्रों के अनुसार सितंबर तक निर्यात पिछले साल की तुलना में कम था लेकिन अक्टूबर और नवंबर में निर्यात बढ़ा है। हालांकि इस समय भी ग्वार गम उत्पादों की निर्यात मांग औसत ही बनी हुई है। ऐसे में माना जा रहा है कि उत्पादक मंडियों में ग्वार सीड के भाव नीचे में 3,000 रुपये और उपर में 3,500 रुपये प्रति क्विंटल के दायरे में ही रहने का अनुमान है जबकि ग्वार गम के भाव 6,000 से 6,800 रुपये प्रति क्विंटल के दायरे में ही बने रहेंगे।
चालू वित्त वर्ष 2016-17 के पहले सात महीनों अप्रैल से अक्टूबर के दौरान जहां मात्रा में ग्वार गम उत्पादों के निर्यात में बढ़ोतरी हुई है, वहीं मूल्य के हिसाब से इस दौरान ग्वार उत्पादों का निर्यात 29.54 फीसदी कम हुआ है। अप्रैल से अक्टूबर के दौरान केवल 1,446.40 करोड़ रुपये मूल्य का ही ग्वार गम उत्पादों का निर्यात हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2015-16 की समान अवधि में 2,052.66 करोड़ रुपये मूल्य का निर्यात हुआ था।........आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू फसल सीजन 2016-17 में सबसे बड़े उत्पदक राज्य राजस्थान में ग्वार सीड का उत्पादन घटकर केवल 19,62,424 टन ही होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसका उत्पादन 22,23,474 टन का हुआ था।
राज्य के कृषि निदेशालय के अनुसार चालू सीजन में राज्य में ग्वार सीड की बुवाई 35.76 लाख हैक्टेयर में ही हुई थी, तथा प्रति हैक्टेयर उत्पादकता 549 प्रति किलोग्राम प्रति हैक्टेयर बैठी है जबकि पिछले साल 47.86 लाख हैक्टेयर में ग्वार सीड की बुवाई हुई थी।
चालू वित्त वर्ष 2016-17 के पहले सात महीनों अप्रैल से अक्टूबर के दौरान ग्वार गम उत्पादों का निर्यात बढ़कर 1,95,602 टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इनका निर्यात 1,82,723 टन का ही हुआ था। सूत्रों के अनुसार सितंबर तक निर्यात पिछले साल की तुलना में कम था लेकिन अक्टूबर और नवंबर में निर्यात बढ़ा है। हालांकि इस समय भी ग्वार गम उत्पादों की निर्यात मांग औसत ही बनी हुई है। ऐसे में माना जा रहा है कि उत्पादक मंडियों में ग्वार सीड के भाव नीचे में 3,000 रुपये और उपर में 3,500 रुपये प्रति क्विंटल के दायरे में ही रहने का अनुमान है जबकि ग्वार गम के भाव 6,000 से 6,800 रुपये प्रति क्विंटल के दायरे में ही बने रहेंगे।
चालू वित्त वर्ष 2016-17 के पहले सात महीनों अप्रैल से अक्टूबर के दौरान जहां मात्रा में ग्वार गम उत्पादों के निर्यात में बढ़ोतरी हुई है, वहीं मूल्य के हिसाब से इस दौरान ग्वार उत्पादों का निर्यात 29.54 फीसदी कम हुआ है। अप्रैल से अक्टूबर के दौरान केवल 1,446.40 करोड़ रुपये मूल्य का ही ग्वार गम उत्पादों का निर्यात हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2015-16 की समान अवधि में 2,052.66 करोड़ रुपये मूल्य का निर्यात हुआ था।........आर एस राणा
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