आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू खरीफ सीजन में मूंगफली की पैदावार में हुई बढ़ोतरी से घरेलू बाजार मंें इसकी कीमतें नीचे बनी हुई है, साथ ही सबसे बड़े मूंगफली दाने के आयातक वियतनाम ने आयात शुरु कर दिया है। ऐसे में माना जा रहा है कि चालू सीजन में मूंगफली दाने के निर्यात में अच्छी बढ़ोतरी होगी। गुजरात की उत्पादक मंडियों में मूंगफली का भाव 3,650 से 4,300 रुपये प्रति क्विंटल है।
एपीडा के अनुसार मूंगफली के सबसे बड़े आयातक वियतनाम की खरीद बढ़ने से चालू सीजन में मूंगफली के निर्यात में बढ़ोतरी होगी। माना जा रहा है कि वित्त वर्ष 2016-17 में निर्यात 6 लाख टन से भी ज्यादा होने का अनुमान है जबकि वित्त वर्ष 2015-16 में 5,37,880 टन मूंगफली दाने का निर्यात हुआ था।
चलू वित्त वर्ष 2016-17 के पहले 8 महीनों अप्रैल से नवंबर के दौरान 3,34,065 टन मूंगफली दाने का निर्यात हुआ है जोकि वित्त वर्ष 2015-16 की समान अवधि के मुकाबले 21 फीसदी अधिक है। 2015-16 के अप्रैल से नवंबर के दौरान 2,75,109 टन मूंगफली का निर्यात हुआ था।
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ सीजन 2016-17 में मूंगफली का उत्पादन बढ़कर 64.98 लाख टन होने का अनुमान है जबकि फसल सीजन 2015-16 के खरीफ सीजन में मूंगफली का उत्पादन 53.40 लाख टन का हुआ था। चालू रबी में मूंगफली की बुवाई बढ़कर 4.58 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक केवल 3.98 लाख टन की ही खरीद हुई थी।
मूंगफली की पैदावार में हुई बढ़ोतरी का असर इसकी कीमतों पर पड़ा है। गुजरात की उत्पादक मंडियों में मूंगफली के भाव घटकर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 4,220 रुपये प्रति क्विंटल (बोनस सहित) से नीचे आ गए थे, इसीलिए केंद्र सरकार ने नेफैड के माध्यम से गुजरात में एमएसपी पर मूंगफली की खरीद चालू की है। नेफैड ने 13 जनवरी तक गुजरात से एमएसपी पर 1,55,583 टन मूंगफली की खरीद की है। जानकारों के अनुसार मूंगफली दाने के निर्यात में बढ़ोतरी के साथ ही नेफैड की खरीद बढ़ने से आगामी दिनों में घरेलू बाजार में मूंगफली की कीमतों में सुधार आने का अनुमान है, हालांकि रबी सीजन में मूंगफली की बुवाई में बढ़ोतरी हुई है, इसलिए बढ़ी तेजी की उम्मीद नहीं है।................आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू खरीफ सीजन में मूंगफली की पैदावार में हुई बढ़ोतरी से घरेलू बाजार मंें इसकी कीमतें नीचे बनी हुई है, साथ ही सबसे बड़े मूंगफली दाने के आयातक वियतनाम ने आयात शुरु कर दिया है। ऐसे में माना जा रहा है कि चालू सीजन में मूंगफली दाने के निर्यात में अच्छी बढ़ोतरी होगी। गुजरात की उत्पादक मंडियों में मूंगफली का भाव 3,650 से 4,300 रुपये प्रति क्विंटल है।
एपीडा के अनुसार मूंगफली के सबसे बड़े आयातक वियतनाम की खरीद बढ़ने से चालू सीजन में मूंगफली के निर्यात में बढ़ोतरी होगी। माना जा रहा है कि वित्त वर्ष 2016-17 में निर्यात 6 लाख टन से भी ज्यादा होने का अनुमान है जबकि वित्त वर्ष 2015-16 में 5,37,880 टन मूंगफली दाने का निर्यात हुआ था।
चलू वित्त वर्ष 2016-17 के पहले 8 महीनों अप्रैल से नवंबर के दौरान 3,34,065 टन मूंगफली दाने का निर्यात हुआ है जोकि वित्त वर्ष 2015-16 की समान अवधि के मुकाबले 21 फीसदी अधिक है। 2015-16 के अप्रैल से नवंबर के दौरान 2,75,109 टन मूंगफली का निर्यात हुआ था।
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ सीजन 2016-17 में मूंगफली का उत्पादन बढ़कर 64.98 लाख टन होने का अनुमान है जबकि फसल सीजन 2015-16 के खरीफ सीजन में मूंगफली का उत्पादन 53.40 लाख टन का हुआ था। चालू रबी में मूंगफली की बुवाई बढ़कर 4.58 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक केवल 3.98 लाख टन की ही खरीद हुई थी।
मूंगफली की पैदावार में हुई बढ़ोतरी का असर इसकी कीमतों पर पड़ा है। गुजरात की उत्पादक मंडियों में मूंगफली के भाव घटकर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 4,220 रुपये प्रति क्विंटल (बोनस सहित) से नीचे आ गए थे, इसीलिए केंद्र सरकार ने नेफैड के माध्यम से गुजरात में एमएसपी पर मूंगफली की खरीद चालू की है। नेफैड ने 13 जनवरी तक गुजरात से एमएसपी पर 1,55,583 टन मूंगफली की खरीद की है। जानकारों के अनुसार मूंगफली दाने के निर्यात में बढ़ोतरी के साथ ही नेफैड की खरीद बढ़ने से आगामी दिनों में घरेलू बाजार में मूंगफली की कीमतों में सुधार आने का अनुमान है, हालांकि रबी सीजन में मूंगफली की बुवाई में बढ़ोतरी हुई है, इसलिए बढ़ी तेजी की उम्मीद नहीं है।................आर एस राणा
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