आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू रबी में प्रमुख उत्पादन राज्यों मध्य प्रदेश के साथ ही उत्तर प्रदेश में मसूर की बुवाई में बढ़ोतरी हुई है जबकि बिहार में इसकी बुवाई में थोड़ी कमी आई है। कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू रबी में अभी तक देशभर में मसूर की बुवाई बढ़कर 16.64 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई केवल 13.67 लाख हैक्टेयर में ही हुई थी।
प्रमुख उत्पादन राज्य उत्तर प्रदेश में मसूर की बुवाई बढ़कर 6.63 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य में केवल 4.53 लाख हैक्टेयर में ही बुवाई हो पाई थी। उधर मध्य प्रदेश में भी चालू रबी में मसूर की बुवाई बढ़कर 5.86 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 5.48 लाख हैक्टेयर में बुवाई हुई थी। बिहार में चालू रबी में मसूर की बुवाई पिछले साल के 2.14 लाख हैक्टेयर से घटकर 2.13 लाख हैक्टेयर में ही हुई है। पष्चिमी बंगाल में मसूर की बुवाई बढ़कर 1.13 लाख हैक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल केवल 0.85 लाख हैक्टेयर में ही बुवाई हुई थी।
केंद्र सरकार ने रबी विपणन सीजन 2017-18 के लिए मसूर का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 3,950 रुपये प्रति क्विंटल (150 रुपये बोनस सहित) तय किया हुआ है जबकि पिछले साल इसका एमएसपी 3,400 रुपये प्रति क्विंटल था।
मुंबई में आयातित मसूर के भाव शनिवार को 4,450 से 4,550 रुपये प्रति क्विंटल रहे जबकि कानपुर मंडी में देसी मसूर के भाव 4,600 रुपये, इंदौर मंडी में 4,575 रुपये और रायपुर मंडी में 4,500 रुपये प्रति क्विंटल रहे। मसूर के आयात सौदे ज्यादा मात्रा में हुए है जिससे फरवरी में आयात ज्यादा होने का अनुमान है जबकि घरेलू फसल की पैदावार भी ज्यादा होगी। ऐसे में आगामी दिनों में इसकी कीमतों में और भी 250 से 300 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आने का अनुमान है।..............आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू रबी में प्रमुख उत्पादन राज्यों मध्य प्रदेश के साथ ही उत्तर प्रदेश में मसूर की बुवाई में बढ़ोतरी हुई है जबकि बिहार में इसकी बुवाई में थोड़ी कमी आई है। कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू रबी में अभी तक देशभर में मसूर की बुवाई बढ़कर 16.64 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई केवल 13.67 लाख हैक्टेयर में ही हुई थी।
प्रमुख उत्पादन राज्य उत्तर प्रदेश में मसूर की बुवाई बढ़कर 6.63 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य में केवल 4.53 लाख हैक्टेयर में ही बुवाई हो पाई थी। उधर मध्य प्रदेश में भी चालू रबी में मसूर की बुवाई बढ़कर 5.86 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 5.48 लाख हैक्टेयर में बुवाई हुई थी। बिहार में चालू रबी में मसूर की बुवाई पिछले साल के 2.14 लाख हैक्टेयर से घटकर 2.13 लाख हैक्टेयर में ही हुई है। पष्चिमी बंगाल में मसूर की बुवाई बढ़कर 1.13 लाख हैक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल केवल 0.85 लाख हैक्टेयर में ही बुवाई हुई थी।
केंद्र सरकार ने रबी विपणन सीजन 2017-18 के लिए मसूर का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 3,950 रुपये प्रति क्विंटल (150 रुपये बोनस सहित) तय किया हुआ है जबकि पिछले साल इसका एमएसपी 3,400 रुपये प्रति क्विंटल था।
मुंबई में आयातित मसूर के भाव शनिवार को 4,450 से 4,550 रुपये प्रति क्विंटल रहे जबकि कानपुर मंडी में देसी मसूर के भाव 4,600 रुपये, इंदौर मंडी में 4,575 रुपये और रायपुर मंडी में 4,500 रुपये प्रति क्विंटल रहे। मसूर के आयात सौदे ज्यादा मात्रा में हुए है जिससे फरवरी में आयात ज्यादा होने का अनुमान है जबकि घरेलू फसल की पैदावार भी ज्यादा होगी। ऐसे में आगामी दिनों में इसकी कीमतों में और भी 250 से 300 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आने का अनुमान है।..............आर एस राणा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें