आर एस राणा
नई दिल्ली। चीनी की कीमतों में तेजी आने के बावजूद भी खाद्य मंत्रालय अभी आयात शुल्क में कटौती नहीं करेगा। मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हम चीनी के भाव पर नजर रखे हुए हैं लेकिन अभी आयात शुल्क में कटौती का कोई प्रस्ताव नहीं है। इस समय चीनी के आयात पर 40 फीसदी आयात शुल्क है।
केंद्र सरकार ने हाल ही में चीनी उद्योग को पत्र लिखकर चीनी की सप्लाई बढ़ाने के लिए कहां था, साथ ही चीनी मिलों को स्ट्टेबाजी से भी दूर रहने के लिए कड़ी चेतावनी दी थी। इसका असर घरेलू बाजार में चीनी की कीमतों पर भी पड़ा है। शुक्रवार को दिल्ली में चीनी की कीमतों में 25 रुपये की गिरावट आकर भाव 3,925 से 3,975 रुपये और उत्तर प्रदेश में चीनी के एक्स फैक्ट्री भाव 3,650 से 3,775 रुपये प्रति क्विंटल रहे। हालांकि महाराष्ट्र में चीनी के भाव 3,450 से 3,500 रुपये और कर्नाटका में 3,425 से 3,500 रुपये प्रति क्विंटल पर ही स्थिर बने हुए हैं।
उद्योग के अनुसार चालू फसल सीजन में चीनी का उत्पादन 237 लाख टन होने का अनुमान है जबकि खाद्य मंत्रालय के अनुसार उत्पादन 225 लाख टन का ही होने का अनुमान है। व्यापारियों के अनुसार चीनी का उत्पादन सरकारी अनुमान से भी कम हो सकता है। हालांकि पहली अक्टूबर को चीनी का 77 लाख टन का बकाया स्टॉक बचा हुआ था, ऐसे में चीनी की कुल उपलब्धता सालाना खपत 248 लाख टन से ज्यादा ही है।....आर एस राणा
नई दिल्ली। चीनी की कीमतों में तेजी आने के बावजूद भी खाद्य मंत्रालय अभी आयात शुल्क में कटौती नहीं करेगा। मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हम चीनी के भाव पर नजर रखे हुए हैं लेकिन अभी आयात शुल्क में कटौती का कोई प्रस्ताव नहीं है। इस समय चीनी के आयात पर 40 फीसदी आयात शुल्क है।
केंद्र सरकार ने हाल ही में चीनी उद्योग को पत्र लिखकर चीनी की सप्लाई बढ़ाने के लिए कहां था, साथ ही चीनी मिलों को स्ट्टेबाजी से भी दूर रहने के लिए कड़ी चेतावनी दी थी। इसका असर घरेलू बाजार में चीनी की कीमतों पर भी पड़ा है। शुक्रवार को दिल्ली में चीनी की कीमतों में 25 रुपये की गिरावट आकर भाव 3,925 से 3,975 रुपये और उत्तर प्रदेश में चीनी के एक्स फैक्ट्री भाव 3,650 से 3,775 रुपये प्रति क्विंटल रहे। हालांकि महाराष्ट्र में चीनी के भाव 3,450 से 3,500 रुपये और कर्नाटका में 3,425 से 3,500 रुपये प्रति क्विंटल पर ही स्थिर बने हुए हैं।
उद्योग के अनुसार चालू फसल सीजन में चीनी का उत्पादन 237 लाख टन होने का अनुमान है जबकि खाद्य मंत्रालय के अनुसार उत्पादन 225 लाख टन का ही होने का अनुमान है। व्यापारियों के अनुसार चीनी का उत्पादन सरकारी अनुमान से भी कम हो सकता है। हालांकि पहली अक्टूबर को चीनी का 77 लाख टन का बकाया स्टॉक बचा हुआ था, ऐसे में चीनी की कुल उपलब्धता सालाना खपत 248 लाख टन से ज्यादा ही है।....आर एस राणा
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