आर एस राणा
नई दिल्ली। आंध्रप्रदेष के साथ ही तेलंगाना में चालू खरीफ में कपास की बुवाई में कमी आई है। आंध्रप्रदेष कृषि निदेषालय के अनुसार राज्य में चालू खरीफ में कपास की बुवाई केवल 4.35 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 6.12 लाख हैक्टेयर में कपास की बुवाई हुई थी।
उधर तेलंगाना में चालू खरीफ में कपास की बुवाई 1.24 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 1.69 लाख हैक्टेयर में कपास की बुवाई हुई थी।
मौसम खराब होने से कपास की कीमतांें में अभी तेजी बनी हुई है, लेकिन जैसे ही मौसम साफ होगा आवक बढ़ जायेगी, और कीमतों में गिरावट आने का अनुमान है। माना जा रहा है कि अक्टूबर महीने में कपास की कीमतों में अच्छी गिरावट आयेगी, साथ ही खल और बिनौला के भाव भी कम होंगे।.....आर एस राणा
नई दिल्ली। आंध्रप्रदेष के साथ ही तेलंगाना में चालू खरीफ में कपास की बुवाई में कमी आई है। आंध्रप्रदेष कृषि निदेषालय के अनुसार राज्य में चालू खरीफ में कपास की बुवाई केवल 4.35 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 6.12 लाख हैक्टेयर में कपास की बुवाई हुई थी।
उधर तेलंगाना में चालू खरीफ में कपास की बुवाई 1.24 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 1.69 लाख हैक्टेयर में कपास की बुवाई हुई थी।
मौसम खराब होने से कपास की कीमतांें में अभी तेजी बनी हुई है, लेकिन जैसे ही मौसम साफ होगा आवक बढ़ जायेगी, और कीमतों में गिरावट आने का अनुमान है। माना जा रहा है कि अक्टूबर महीने में कपास की कीमतों में अच्छी गिरावट आयेगी, साथ ही खल और बिनौला के भाव भी कम होंगे।.....आर एस राणा
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