अल्जीरिया में आज से इंटरनेशनल एनर्जी फोरम शुरू होने जा रहा है, जहां
ओपेक के अलावा दुनिया भर के प्रमुख तेल उत्पादक देश जुटेंगे। माना ये जा
रहा है कि इस बैठक में ओपेक और गैर ओपेक देशों के बीच कच्चे तेल के
प्रोडक्शन में कटौती या किसी स्तर पर स्थिर रखने पर भी बात हो सकती है।
इसमें अल्जीरिया और वेनेजुएला इस बैठक को लेकर सबसे ज्यादा उत्साहित हैं।
ऐसे में पिछले हफ्ते की तेज गिरावट के बाद आज ग्लोबल मार्केट में क्रूड का
दाम करीब 1 फीसदी उछल गया है और ब्रेंट का दाम दोबारा 46 डॉलर के पार चला
गया है। हालांकि ओपेक का सबसे बड़ा सदस्य सऊदी अरब इस तरह के प्रस्ताव पर
सहमति की संभावना से इनकार किया है।
इस बीच डॉलर में आई गिरावट से सोने पर ऊपरी स्तर से दबाव दिख रहा है। ग्लोबल मार्केट में चांदी का दाम भी करीब 0.5 फीसदी गिर गया है। लेकिन सप्लाई की किल्लत की आशंका से निकेल का दाम एलएमई पर करीब 1 फीसदी बढ़ गया है। पिछले हफ़्ते निकेल में करीब 6 फीसदी की तेजी आई थी। सरकार ने गेहूं और खाने के तेलों पर इंपोर्ट ड्यूटी घटा दी है।
इस बीच डॉलर में आई गिरावट से सोने पर ऊपरी स्तर से दबाव दिख रहा है। ग्लोबल मार्केट में चांदी का दाम भी करीब 0.5 फीसदी गिर गया है। लेकिन सप्लाई की किल्लत की आशंका से निकेल का दाम एलएमई पर करीब 1 फीसदी बढ़ गया है। पिछले हफ़्ते निकेल में करीब 6 फीसदी की तेजी आई थी। सरकार ने गेहूं और खाने के तेलों पर इंपोर्ट ड्यूटी घटा दी है।
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