आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू खरीफ में अनुकूल मौसम जहां लालमिर्च और हल्दी की बुवाई में बढ़ोतरी हुई है, वहीं मौसम अनुकूल होने से फसल अच्छी है। माना जा रहा है कि चालू सीजन में हल्दी की पैदावार बढ़कर 90 लाख बोरी होने का अनुमान है जबकि लालमिर्च की पैदावार 3 करोड़ बोरी होने की संभावना है। उत्पादक मंडियों में बकाया स्टॉक भी ज्यादा है इसलिए इनकी कीमतों में अभी बढ़ी तेजी की संभावना नहीं है।
आंध्रप्रदेष में लालमिर्च की बुवाई बढ़कर चालू खरीफ में अभी तक 1,21,000 हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई 98,000 हैक्टेयर में ही हुई थी। तेलंगाना में अभी तक लालमिर्च की बुवाई 58,000 हैक्टेयर में हो चुकी है तथा पिछले साल इस समय तक 36,000 हैक्टेयर में ही बुवाई हो पाई थी।
हल्दी की बुवाई तेलंगाना अभी तक 46,000 हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 41,000 हैक्टेयर में बुवाई हुई थी। आंध्रप्रदेष में हल्दी की बुवाई 14 हजार हैक्टेयर में हुई है जोकि पिछले साल की समान अवधि के 15,000 हैक्टेयर से कम है।.......आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू खरीफ में अनुकूल मौसम जहां लालमिर्च और हल्दी की बुवाई में बढ़ोतरी हुई है, वहीं मौसम अनुकूल होने से फसल अच्छी है। माना जा रहा है कि चालू सीजन में हल्दी की पैदावार बढ़कर 90 लाख बोरी होने का अनुमान है जबकि लालमिर्च की पैदावार 3 करोड़ बोरी होने की संभावना है। उत्पादक मंडियों में बकाया स्टॉक भी ज्यादा है इसलिए इनकी कीमतों में अभी बढ़ी तेजी की संभावना नहीं है।
आंध्रप्रदेष में लालमिर्च की बुवाई बढ़कर चालू खरीफ में अभी तक 1,21,000 हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई 98,000 हैक्टेयर में ही हुई थी। तेलंगाना में अभी तक लालमिर्च की बुवाई 58,000 हैक्टेयर में हो चुकी है तथा पिछले साल इस समय तक 36,000 हैक्टेयर में ही बुवाई हो पाई थी।
हल्दी की बुवाई तेलंगाना अभी तक 46,000 हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 41,000 हैक्टेयर में बुवाई हुई थी। आंध्रप्रदेष में हल्दी की बुवाई 14 हजार हैक्टेयर में हुई है जोकि पिछले साल की समान अवधि के 15,000 हैक्टेयर से कम है।.......आर एस राणा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें