सोने की चमक फीकी पड़ गई है। अमेरिका में दरें बढ़ने की आशंका से सोने
में दबाव देखने को मिल रहा है और इसकी चमक फीकी हो गई है। अंतरराष्ट्रीय
बाजार में सोने का दाम 1230 डॉलर के करीब हैं। जबकि घरेलू बाजार में इसका
दाम 31,200 रुपये के करीब हैं। चांदी की कीमतों पर भी दबाव देखा जा रहा है।
घरेलू बाजार में चांदी के दाम करीब 600 रुपये गिरे हैं। वहीं
अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी में 19 डॉलर के करीब कारोबार हो रहा है।
उधर अमेरिका में रिग की संख्या बढ़ने से कच्चे तेल पर दबाव देखा जा रहा है। नायमैक्स पर कच्चा तेल 1.75 फीसदी की फिसला है। वहीं ब्रेट के दाम फिसलकर 47 डॉलर के करीब पहुंच गए हैं। घरेलू बाजार में भी कच्चे तेल में करीब 1.75 फीसदी की गिरावट है।
एफआरपी बढ़ने की संभावना और हाजिर मांग बढ़ने से चीनी वायदा में आज तेजी देखी जा रही है। एमसीडीईएक्स पर चीनी वायदा करीब 0.5 फीसदी बढ़ा हुआ है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कमजोरी और सुस्त घरेलू मांग से सोया तेल में गिरावट आई है। अमेरिकी कृषि विभाग की रिपोर्ट से पहले सीबॉट पर सोया तेल के दाम गिरे हैं। वहीं मलेशिया के पॉम तेल निर्यात में कमी से पॉम तेल पर दबाव है जिसका असर सोया तेल पर दिख रहा है।
गेहूं की कीमतों में आज कमजोरी देखी जा रही है। बाजार में सप्लाई अच्छी है लेकिन मिलर्स की डिमांड कम है जिससे कीमतों पर दबाव पड़ा है। दालों के थोक और खुदरा दामों में भारी अंतर के मद्देनजर सरकार खुदरा कारोबारियों पर शिकंजा कस सकती है। उपभोक्ता मामलों के सचिव हेम पांडेय ने कहा कि होल सेल और रिटेल कीमतों में अधिकतम 15 फीसदी का अंतर होना चाहिए। उनके मुताबिक अगर जरूरी हुआ तो सरकार रिेटेल कीमतें भी तय कर सकती है। पांडेय का कहना है कि सरकार का पास जरूरी चीजों के अधिकतम मूल्य तय करने का अधिकार है।
हाजिर मांग बढ़ने के कारण कपास खली वायदा में आज खासी तेजी देखने को मिली है। सितंबर वायदा करीब 1 फीसदी बढ़ा है जबकि सबसे ज्यादा एक्टिव दिसंबर वायदा में करीब 1.75 फीसदी की तेजी है। सप्लाई में कमी का असर भी कीमतों पर दिख रहा है। ग्वार सीड और ग्वार गम में आज खासी तेजी देखी जा रही है। उत्पादन में कमी की चिंता के कारण एनसीडीईएक्स पर ग्वार वायदा के दाम बढ़े हैं। वहीं निचले स्तर पर मांग बेहतर होने से राजस्थान के हाजिर बाजारों में भी तेजी देखी जा रही है।..... स्रोत : CNBC-Awaaz
उधर अमेरिका में रिग की संख्या बढ़ने से कच्चे तेल पर दबाव देखा जा रहा है। नायमैक्स पर कच्चा तेल 1.75 फीसदी की फिसला है। वहीं ब्रेट के दाम फिसलकर 47 डॉलर के करीब पहुंच गए हैं। घरेलू बाजार में भी कच्चे तेल में करीब 1.75 फीसदी की गिरावट है।
एफआरपी बढ़ने की संभावना और हाजिर मांग बढ़ने से चीनी वायदा में आज तेजी देखी जा रही है। एमसीडीईएक्स पर चीनी वायदा करीब 0.5 फीसदी बढ़ा हुआ है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कमजोरी और सुस्त घरेलू मांग से सोया तेल में गिरावट आई है। अमेरिकी कृषि विभाग की रिपोर्ट से पहले सीबॉट पर सोया तेल के दाम गिरे हैं। वहीं मलेशिया के पॉम तेल निर्यात में कमी से पॉम तेल पर दबाव है जिसका असर सोया तेल पर दिख रहा है।
गेहूं की कीमतों में आज कमजोरी देखी जा रही है। बाजार में सप्लाई अच्छी है लेकिन मिलर्स की डिमांड कम है जिससे कीमतों पर दबाव पड़ा है। दालों के थोक और खुदरा दामों में भारी अंतर के मद्देनजर सरकार खुदरा कारोबारियों पर शिकंजा कस सकती है। उपभोक्ता मामलों के सचिव हेम पांडेय ने कहा कि होल सेल और रिटेल कीमतों में अधिकतम 15 फीसदी का अंतर होना चाहिए। उनके मुताबिक अगर जरूरी हुआ तो सरकार रिेटेल कीमतें भी तय कर सकती है। पांडेय का कहना है कि सरकार का पास जरूरी चीजों के अधिकतम मूल्य तय करने का अधिकार है।
हाजिर मांग बढ़ने के कारण कपास खली वायदा में आज खासी तेजी देखने को मिली है। सितंबर वायदा करीब 1 फीसदी बढ़ा है जबकि सबसे ज्यादा एक्टिव दिसंबर वायदा में करीब 1.75 फीसदी की तेजी है। सप्लाई में कमी का असर भी कीमतों पर दिख रहा है। ग्वार सीड और ग्वार गम में आज खासी तेजी देखी जा रही है। उत्पादन में कमी की चिंता के कारण एनसीडीईएक्स पर ग्वार वायदा के दाम बढ़े हैं। वहीं निचले स्तर पर मांग बेहतर होने से राजस्थान के हाजिर बाजारों में भी तेजी देखी जा रही है।..... स्रोत : CNBC-Awaaz
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