उड़द, मूंग और अरहर की कीमतों में तेजी की उम्मीद नहीं
आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू खरीफ में दलहन की पैदावार कृषि मंत्रालय के तय लक्ष्य से भी ज्यादा होने की संभावना है। कृषि मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार चालू खरीफ में दलहन की पैदावार 72.5 लाख टन होने का लक्ष्य तय किया गया था लेकिन चालू खीरफ में हुई बुवाई में भारी बढ़ोतरी के साथ ही अनुकूल मौसम को देखते हुए पैदावार तय लक्ष्य से ज्यादा होने का अनुमान है।
मूंग और उड़द की नई फसल की आवक षुरु हो चुकी है तथा इनके भाव में गिरावट भी आई है लेकिन कर्नाटका और महाराष्ट्र में सरकारी एजेंसियों द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद षुरु करने की संभावना से भाव में कुछ सुधार आया है लेकिन पैदावार में बढ़ोतरी और सरकारी एजेंसियों द्वारा तय मात्रा में खरीद करने से तेजी की संभावना नहीं है। आगामी दिनों में दैनिक आवक बढ़ने पर इनकी कीमतों में गिरावट ही आने का अनुमान है। अरहर की नई फसल की आवक दिसंबर-जनवरी में बनेगी, अतः इसकी कीमतों में भी तेजी की संभावना नहीं है।
फसल सीजन 2015-16 में खरीफ सीजन में 55.4 लाख टन दलहन की पैदावार हुई थी। खरीफ दलहन की प्रमुख अरहर की पैदावार 2015-16 में 24.6 लाख टन की हुई थी जबकि चालू खरीफ में बुवाई में हुई भारी बढ़ोतरी को देखते हुए रिकार्ड पैदावार 35 से 38 लाख टन होने का अनुमान है। कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में अरहर की बुवाई बढ़कर 51.77 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई 35.22 लाख हैक्टेयर में ही हुई थी।
इसी तरह से उड़द की पैदावार भी चालू खरीफ में पिछले साल से ज्यादा होने का अनुमान है। फसल सीजन 2015-16 में खरीफ सीजन में उड़द की पैदावार 13.9 लाख टन की हुई थी जबकि चालू खरीफ में हुई बुवाई में बढ़ोतरी से इसकी पैदावार 14 से 16 लाख टन होने का अनुमान है। चालू खरीफ में उड़द की बुवाई बढ़कर 34.36 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक केवल 27 लाख हैक्टेयर में ही बुवाई हुई थी।
मूंग का उत्पादन भी चालू खरीफ में बढ़ने का अनुमान है। फसल सीजन 2015-16 में खरीफ सीजन में मूंग का उत्पादन 10.2 लाख टन का हुआ था जबकि चालू सीजन में इसकी पैदावार बढ़कर 15 से 16 लाख टन होने का अनुमान है। चालू खरीफ में मूंग की बुवाई बढ़कर 33.04 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 24.27 लाख हैक्टेयर में ही बुवाई हुई थी। अरहर, उड़द के अलावा अन्य खरीफ की दलहन की पैदावार भी पिछले साल से ज्यादा होने का अनुमान है।
पिछले तीन साल से दलहन आयात में लगातार बढ़ोतरी हो रही है लेकिन माना जा रहा है कि खरीफ के साथ ही रबी में भी दलहन की पैदावार ज्यादा होगी जिससे आयात में कमी आने की आषंका है। कृषि मंत्रालय ने फसल सीजन 2016-17 में दलहन की कुल पैदावार का लक्ष्य 207.5 लाख टन का रखा है इसमें जहां खरीफ की हिस्सेदारी 72.5 लाख टन की है, वहीं रबी में 135 लाख टन दलहन की पैदावार का लक्ष्य है।
वित्त वर्ष 2015-16 में दलहन का रिकार्ड आयात 54 लाख टन से ज्यादा का हुआ है जबकि इसके पिछले वित्त वर्ष 2014-15 में आयात 45.84 लाख टन का और वित्त वर्ष 2013-14 में 36.54 लाख टन का हुआ था।
केंद्र सरकार ने खरीफ विपणन सीजन 2016-17 के लिए अरहर का एमएसपी 5,050 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है जबकि उड़द का एमएसपी 5,000 रुपये और मूंग का एमएसपी 5,225 रुपये प्रति क्विंटल (सभी बोनस सहित) तय किया हुआ है।............आर एस राणा
आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू खरीफ में दलहन की पैदावार कृषि मंत्रालय के तय लक्ष्य से भी ज्यादा होने की संभावना है। कृषि मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार चालू खरीफ में दलहन की पैदावार 72.5 लाख टन होने का लक्ष्य तय किया गया था लेकिन चालू खीरफ में हुई बुवाई में भारी बढ़ोतरी के साथ ही अनुकूल मौसम को देखते हुए पैदावार तय लक्ष्य से ज्यादा होने का अनुमान है।
मूंग और उड़द की नई फसल की आवक षुरु हो चुकी है तथा इनके भाव में गिरावट भी आई है लेकिन कर्नाटका और महाराष्ट्र में सरकारी एजेंसियों द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद षुरु करने की संभावना से भाव में कुछ सुधार आया है लेकिन पैदावार में बढ़ोतरी और सरकारी एजेंसियों द्वारा तय मात्रा में खरीद करने से तेजी की संभावना नहीं है। आगामी दिनों में दैनिक आवक बढ़ने पर इनकी कीमतों में गिरावट ही आने का अनुमान है। अरहर की नई फसल की आवक दिसंबर-जनवरी में बनेगी, अतः इसकी कीमतों में भी तेजी की संभावना नहीं है।
फसल सीजन 2015-16 में खरीफ सीजन में 55.4 लाख टन दलहन की पैदावार हुई थी। खरीफ दलहन की प्रमुख अरहर की पैदावार 2015-16 में 24.6 लाख टन की हुई थी जबकि चालू खरीफ में बुवाई में हुई भारी बढ़ोतरी को देखते हुए रिकार्ड पैदावार 35 से 38 लाख टन होने का अनुमान है। कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में अरहर की बुवाई बढ़कर 51.77 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई 35.22 लाख हैक्टेयर में ही हुई थी।
इसी तरह से उड़द की पैदावार भी चालू खरीफ में पिछले साल से ज्यादा होने का अनुमान है। फसल सीजन 2015-16 में खरीफ सीजन में उड़द की पैदावार 13.9 लाख टन की हुई थी जबकि चालू खरीफ में हुई बुवाई में बढ़ोतरी से इसकी पैदावार 14 से 16 लाख टन होने का अनुमान है। चालू खरीफ में उड़द की बुवाई बढ़कर 34.36 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक केवल 27 लाख हैक्टेयर में ही बुवाई हुई थी।
मूंग का उत्पादन भी चालू खरीफ में बढ़ने का अनुमान है। फसल सीजन 2015-16 में खरीफ सीजन में मूंग का उत्पादन 10.2 लाख टन का हुआ था जबकि चालू सीजन में इसकी पैदावार बढ़कर 15 से 16 लाख टन होने का अनुमान है। चालू खरीफ में मूंग की बुवाई बढ़कर 33.04 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 24.27 लाख हैक्टेयर में ही बुवाई हुई थी। अरहर, उड़द के अलावा अन्य खरीफ की दलहन की पैदावार भी पिछले साल से ज्यादा होने का अनुमान है।
पिछले तीन साल से दलहन आयात में लगातार बढ़ोतरी हो रही है लेकिन माना जा रहा है कि खरीफ के साथ ही रबी में भी दलहन की पैदावार ज्यादा होगी जिससे आयात में कमी आने की आषंका है। कृषि मंत्रालय ने फसल सीजन 2016-17 में दलहन की कुल पैदावार का लक्ष्य 207.5 लाख टन का रखा है इसमें जहां खरीफ की हिस्सेदारी 72.5 लाख टन की है, वहीं रबी में 135 लाख टन दलहन की पैदावार का लक्ष्य है।
वित्त वर्ष 2015-16 में दलहन का रिकार्ड आयात 54 लाख टन से ज्यादा का हुआ है जबकि इसके पिछले वित्त वर्ष 2014-15 में आयात 45.84 लाख टन का और वित्त वर्ष 2013-14 में 36.54 लाख टन का हुआ था।
केंद्र सरकार ने खरीफ विपणन सीजन 2016-17 के लिए अरहर का एमएसपी 5,050 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है जबकि उड़द का एमएसपी 5,000 रुपये और मूंग का एमएसपी 5,225 रुपये प्रति क्विंटल (सभी बोनस सहित) तय किया हुआ है।............आर एस राणा
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