ग्वार गम उत्पादों का निर्यात बढ़ा
आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू खरीफ मानसूनी बारिष सामान्य से होने का अनुमान है ऐसे में आगामी दिनों में उत्तर भारत के राज्यों में जैसे ही बारिष षुरु होगी, ग्वार सीड की दैनिक आवक बढ़ने का अनुमान है जिससे मौजूदा कीमतों में और मंदा आने का अनुमान है। गुरुवार को जोधपुर मंडी में ग्वार सीड का भाव 3,075 रुपये और गंगानगर मंडी में 2,975 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। जोधपुर मंडी में ग्वार गम के भाव इस दौरान घटकर 5,200 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
ग्वार गम उत्पादों में निर्यात मांग कमजोर होने से चालू सीजन में ग्वार सीड का बकाया स्टॉक ज्यादा बचा हुआ है जबकि जैसे ही उत्तर भारत के राज्यों में मानसूनी बारिष षुरु होगी, किसान ग्वार की बिकवाली बढ़ा सकते हैं। ऐसे में आगामी दिनों में ग्वार सीड की कीमतों में और गिरावट आने का अनुमान है। जानकारों के अनुसार चालू सीजन में ग्वार सीड की कुल उपज 200 लाख क्विंटल से ज्यादा की हुई थी जबकि कुल खपत 50 फीसदी से भी कम हुई है। अतः इस समय करीब 50 फीसदी ग्वार सीड का बकाया स्टॉक उत्पादक राज्यों में बचा हुआ है ऐसे में चालू खरीफ में बुवाई में कमी आयेगी तो भी तेजी की संभावना कम है।
चालू वित वर्ष 2016-17 के पहले महीने अप्रैल में ग्वार गम उत्पादों के निर्यात में मूल्य के हिसाब से 37.22 फीसदी गिरावट आई है। इस दौरान देष से कुल 234.17 करोड़ रुपये मूल्य के ग्वार गम उत्पादों का निर्यात हुआ है जबकि पिछले साल अप्रैल में 373.02 करोड़ रुपये मूल्य का निर्यात हुआ था।
मई महीने के आखिरी सप्ताह में देष से ग्वार गम उत्पादों के निर्यात में जरुर बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान देष से 4,103 ग्वार पाउडर का निर्यात हुआ है जबकि 1,534 टन ग्वार स्पलिट और 2,689 टन ग्वार मील का निर्यात हुआ है। ग्वार स्पलिट के निर्यात सौदे इस दोरान औसतन 1,038.89 डॉलर प्रति टन और ग्वार मील के निर्यात सौदे 532.85 डॉलर प्रति टन की दर से हुए हैं।........आर एस राणा
आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू खरीफ मानसूनी बारिष सामान्य से होने का अनुमान है ऐसे में आगामी दिनों में उत्तर भारत के राज्यों में जैसे ही बारिष षुरु होगी, ग्वार सीड की दैनिक आवक बढ़ने का अनुमान है जिससे मौजूदा कीमतों में और मंदा आने का अनुमान है। गुरुवार को जोधपुर मंडी में ग्वार सीड का भाव 3,075 रुपये और गंगानगर मंडी में 2,975 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। जोधपुर मंडी में ग्वार गम के भाव इस दौरान घटकर 5,200 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
ग्वार गम उत्पादों में निर्यात मांग कमजोर होने से चालू सीजन में ग्वार सीड का बकाया स्टॉक ज्यादा बचा हुआ है जबकि जैसे ही उत्तर भारत के राज्यों में मानसूनी बारिष षुरु होगी, किसान ग्वार की बिकवाली बढ़ा सकते हैं। ऐसे में आगामी दिनों में ग्वार सीड की कीमतों में और गिरावट आने का अनुमान है। जानकारों के अनुसार चालू सीजन में ग्वार सीड की कुल उपज 200 लाख क्विंटल से ज्यादा की हुई थी जबकि कुल खपत 50 फीसदी से भी कम हुई है। अतः इस समय करीब 50 फीसदी ग्वार सीड का बकाया स्टॉक उत्पादक राज्यों में बचा हुआ है ऐसे में चालू खरीफ में बुवाई में कमी आयेगी तो भी तेजी की संभावना कम है।
चालू वित वर्ष 2016-17 के पहले महीने अप्रैल में ग्वार गम उत्पादों के निर्यात में मूल्य के हिसाब से 37.22 फीसदी गिरावट आई है। इस दौरान देष से कुल 234.17 करोड़ रुपये मूल्य के ग्वार गम उत्पादों का निर्यात हुआ है जबकि पिछले साल अप्रैल में 373.02 करोड़ रुपये मूल्य का निर्यात हुआ था।
मई महीने के आखिरी सप्ताह में देष से ग्वार गम उत्पादों के निर्यात में जरुर बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान देष से 4,103 ग्वार पाउडर का निर्यात हुआ है जबकि 1,534 टन ग्वार स्पलिट और 2,689 टन ग्वार मील का निर्यात हुआ है। ग्वार स्पलिट के निर्यात सौदे इस दोरान औसतन 1,038.89 डॉलर प्रति टन और ग्वार मील के निर्यात सौदे 532.85 डॉलर प्रति टन की दर से हुए हैं।........आर एस राणा
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