देश में अच्छे मॉनसून के
अनुमान से खेती की तस्वीर सुधरने की उम्मीदें लगाई जा रही हैं। राज्य
सरकारों ने अपने यहां खरीफ का लक्ष्य भले बढ़ा दिया है लेकिन नकली दवाओं और
केमिकल्स के इस्तेमाल से किसानों की उम्मीदों पर पानी फिर सकता है। जी
हां, संयुक्त राष्ट्र की संस्था एफएओ ने कहा है कि देश में बिकने वाले
पेस्टीसाइड और कृषि केमिकल्स में 25 फीसदी तक नकली हैं। इसका खेती और लोगों
के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ सकता है। भारत में एफएओ के प्रतिनिधि
श्याम खड़का ने हमारी सहयोगी नेहा आनंद से खास बातचीत में बताया कि पूर्वी
राज्यों में कृषि को लेकर सरकारों में काफी उदासीनता है, इसका देश के कुल
कृषि उपज पर असर पड़ रहा है। (HindiMoneycantrol.com)
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