करीब एक हफ्ते से 10
दिनों तक की देरी के बाद मॉनसून रफ्तार पकड़ने लगा है। कल तक बारिश में कमी
का स्तर जो 16 फीसदी का था, अब घटकर 13 फीसदी के स्तर पर आ गया है। खास
तौर से पश्चिम भारत में हालात तेजी से सुधर रहे हैं। भारतीय मौसम विभाग के
मुताबिक अगले 24 घंटे में गुजरात, कोंकण और गोवा में भारी बारिश का अनुमान
है। महाराष्ट्र के कुछ इलाकों में भी तेज बारिश हो सकती है। वहीं हिमाचल
प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब और मध्य प्रदेश में भी बारिश की संभावना है।
हालांकि बारिश की स्थिति भले सुधर रही है, लेकिन गुजरात में हालात चिंताजनक
है। 1-28 जून तक राज्य में करीब 80 फीसदी कम बारिश हुई है। वहीं इस अवधि
में मध्य महाराष्ट्र में 34 फीसदी और विदर्भ में 29 फीसदी बारिश की कमी
देखी जा रही है। पूरे मध्य भारत में अबतक 23 फीसदी कम बारिश हुई है। अब तक
पूरे देश में बारिश के वितरण पर अगर नजर डालें तो 1-28 जून के दौरान 50
फीसदी इलाकों में सामान्य बारिश हुई है। 20 फीसदी ऐसे इलाके हैं, जहां
सामान्य से भी ज्यादा बारिश हुई है। यानि कुल 70 फीसदी इलाकों को लेकर कोई
चिंता की बात नहीं है। लेकिन 30 फीसदी इलाकों में अभी भी सूखे जैसे हालात
हैं, इसमें ज्यादातर पश्चिम और मध्य भारत से हैं। जहां तिलहन, दाल और कपास
की खेती होती है।
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें