आर एस राणा
नई दिल्ली। केंद्र सरकार गेहूं पर से 25 फीसदी आयात षुल्क को हटायेगी। गेहूं पर आयात षुल्क की अवधि 30 जून 2016 तक है इसके बाद सरकार इसे आगे नहीं बढ़ायेगी। ऐसे में 30 जून 2016 के बाद स्वतः ही आयात षुल्क समाप्त हो जायेगा, जिससे गेहूं की कीमतों में जुलाई में नरमी आ सकती है।
खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार सरकार ने आयात षुल्क आगे नहीं बढ़ाने का फैसला किया है इसलिए 30 जून 2016 के बाद आयात षुल्क स्वतः ही समाप्त हो जायेगा। अभी तक दक्षिण भारत की फ्लोर मिलें आस्ट्रेलिया और फ्रांस से करीब 5 लाख टन गेहूं के आयात सौदे कर चुकी है आयात षुल्क हटने के बाद जुलाई से आयातित गेहूं की आवक बढ़ जायेगी। दक्षिण भारत की गेहूं की सालाना खपत करीब 22 से 25 लाख टन की होती है। अतः आयात षुल्क हटने के बाद आयात में तेजी आयेगी, तथा दक्षिण भारत की फ्लोर मिलों द्वारा करीब 20 लाख टन से ज्यादा गेहूं का आयात करने की संभावना है जिससे दक्षिण भारत की मांग उत्तर भारत से कम हो जायेगी। अतः गेहूं की कीमतों में जुलाई महीने मंे मंदा आ सकता है। इस समय आस्ट्रेलिया से आयातित गेहूं का भाव तमिलनाडु में 2,150 से 2,160 रुपये प्रति क्विंटल है।....आर एस राणा
नई दिल्ली। केंद्र सरकार गेहूं पर से 25 फीसदी आयात षुल्क को हटायेगी। गेहूं पर आयात षुल्क की अवधि 30 जून 2016 तक है इसके बाद सरकार इसे आगे नहीं बढ़ायेगी। ऐसे में 30 जून 2016 के बाद स्वतः ही आयात षुल्क समाप्त हो जायेगा, जिससे गेहूं की कीमतों में जुलाई में नरमी आ सकती है।
खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार सरकार ने आयात षुल्क आगे नहीं बढ़ाने का फैसला किया है इसलिए 30 जून 2016 के बाद आयात षुल्क स्वतः ही समाप्त हो जायेगा। अभी तक दक्षिण भारत की फ्लोर मिलें आस्ट्रेलिया और फ्रांस से करीब 5 लाख टन गेहूं के आयात सौदे कर चुकी है आयात षुल्क हटने के बाद जुलाई से आयातित गेहूं की आवक बढ़ जायेगी। दक्षिण भारत की गेहूं की सालाना खपत करीब 22 से 25 लाख टन की होती है। अतः आयात षुल्क हटने के बाद आयात में तेजी आयेगी, तथा दक्षिण भारत की फ्लोर मिलों द्वारा करीब 20 लाख टन से ज्यादा गेहूं का आयात करने की संभावना है जिससे दक्षिण भारत की मांग उत्तर भारत से कम हो जायेगी। अतः गेहूं की कीमतों में जुलाई महीने मंे मंदा आ सकता है। इस समय आस्ट्रेलिया से आयातित गेहूं का भाव तमिलनाडु में 2,150 से 2,160 रुपये प्रति क्विंटल है।....आर एस राणा
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