आर एस राणा
नई दिल्ली। खाद्य मंत्रालय के अनुसार पहली जून को केंद्रीय पूल में 326.38 लाख टन गेहूं का स्टॉक मौजूद है जबकि सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) में सालाना 240 लाख टन गेहूं की जरुरत होती है।
खाद्य मंत्रालय के अनुसार जुलाई से खुले बाजारा बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत गेहूं की बिक्री की जायेगी। ओएमएसएस में 50 से 55 लाख टन गेहूं की बिक्री होने का अनुमान है।
हालांकि जानकारांे की माने तो एफसीआई के पास 326.38 लाख टन गेहूं का स्टॉक ही मौजूद है जबकि इसमें से पीडीएस में होने वाले आवंटन 240 लाख टन को निकाल दे तो केंद्र के पास केवल 86.38 लाख टन गेहूं का स्टॉक ही बचेगा। इसके अलावा पहली अप्रैल को तय मानकों के अनुसार 74.60 लाख टन गेहूं बफर स्टॉक के लिए चाहिए। ऐसे में ओएमएसएस में देने के लिए केंद्र के पास केवल 11 से 12 लाख टन गेहूं का स्टॉक मौजूद है।............आर एस राणा
नई दिल्ली। खाद्य मंत्रालय के अनुसार पहली जून को केंद्रीय पूल में 326.38 लाख टन गेहूं का स्टॉक मौजूद है जबकि सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) में सालाना 240 लाख टन गेहूं की जरुरत होती है।
खाद्य मंत्रालय के अनुसार जुलाई से खुले बाजारा बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत गेहूं की बिक्री की जायेगी। ओएमएसएस में 50 से 55 लाख टन गेहूं की बिक्री होने का अनुमान है।
हालांकि जानकारांे की माने तो एफसीआई के पास 326.38 लाख टन गेहूं का स्टॉक ही मौजूद है जबकि इसमें से पीडीएस में होने वाले आवंटन 240 लाख टन को निकाल दे तो केंद्र के पास केवल 86.38 लाख टन गेहूं का स्टॉक ही बचेगा। इसके अलावा पहली अप्रैल को तय मानकों के अनुसार 74.60 लाख टन गेहूं बफर स्टॉक के लिए चाहिए। ऐसे में ओएमएसएस में देने के लिए केंद्र के पास केवल 11 से 12 लाख टन गेहूं का स्टॉक मौजूद है।............आर एस राणा
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