आर एस राणा
नई दिल्ली। प्रमुख उत्पादक राज्यों राजस्थान, उत्तर प्रदेष, हरियाणा और गुजरात में बाजरा की नई फसल की दैनिक आवक षुरु हो गई है, अक्टूबर में उत्पादक मंडियों में इसकी दैनिक आवक बढ़ेगी, जिससे भाव में हल्की गिरावट आने का अनुमान है। हरियाणा में राज्य सरकार ने एक लाख टन बाजरा की न्यूनतम समर्थन मूल्य यानि एमएसपी पर खरीदने की योजना बनाई है तथा राज्य की मंडियों से 15 अक्टूबर से बाजारा की खरीद षुरु की जायेगी। राज्य सरकार एमएसपी पर खरीदे गए बाजरा का वितरण सार्वजनिक वितरण प्रणाली के लाभार्थियों को करेगी।
हालांकि यह सही है कि सर्दियों का सीजन षुरु होने के बाद बाजारा की खरीद में भी तेजी आयेगी, क्योंकि बाजारा की सबसे ज्यादा खपत पषुआहार के साथ ही खाने में भी होती है। हालांकि चालू खरीफ में पैदावार ज्यादा होने का अनुमान है इसलिए कीमतों में नरमी की संभावना है।
केंद्र सरकार खरीफ विपणन सीजन 2015-16 के बाजारा का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1,275 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है।
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में बाजरा की बुवाई 70.17 लाख हैक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 63.22 लाख हैक्टेयर में हुई थी।
मंत्रालय के आरंभिक अनुमान के अनुसार चालू फसल सीजन 2015-15 में 86.4 लाख टन बाजारा का उत्पादन होने का अनुमान है जबकि फसल सीजन 2014-15 में इसका उत्पादन 75.4 लाख टन का हुआ था।.....आर एस राणा
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