आर एस राणा
नई दिल्ली। विष्व बाजार में कीमतें कम होने के कारण खली के निर्यात में लगातार गिरावट बनी हुई है। अगस्त महीने में खली के निर्यात में 42 फीसदी की भारी गिरावट आकर कुल 91,834 टन का ही निर्यात हुआ है जबकि चालू वित्त वर्ष 2015-16 के पहले पांच महीनों अप्रैल से अगस्त के दौरान खली के निर्यात में 33 फीसदी की कमी आई है।
साल्वेंट एक्टसट्रेक्टर्स एसोसिएषन ऑफ इंडिया (एसईए) के अनुसार अगस्त महीने में खली का निर्यात घटकर 91,834 टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल अगस्त महीने में 156,942 टन खली का निर्यात हुआ था। चालू वित्त वर्ष 2015-16 के पांच महीनों अप्रैल से अगस्त के दौरान 609,748 टन खली का ही निर्यात हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2014-15 के पहले पांच महीनों में 914,849 टन खली का निर्यात हुआ था।
निर्यात में आई कमी के कारण खली की कीमतों में भी लगातार गिरावट बनी हुई है। भारतीय बंदरगाह पर सोया खली के भाव घटकर 480 डॉलर प्रति टन रह गए जबकि जुलाई में इसके भाव 507 डॉलर प्रति टन थे। इस दौरान मूंगफली की खली के भाव 450 से घटकर 435 डॉलर प्रति टन रह गए। हालांकि सरसों खली की कीमतों में इस दौरान सुधार आया है। सरसों खली के भाव भारतीय बंदरगाह पर जुलाई में 272 डॉलर प्रति थे जोकि अगस्त में बढ़कर 283 डॉलर प्रति टन हो गए।
खली के निर्यात में सबसे ज्यादा कमी थाइलैंड, ताइवान, जापान और ओमान की रही है जबकि वियतनाम को इस दौरान निर्यात बढ़ा है।.....आर एस राणा
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