नई दिल्ली। तेल मिलों की मांग कम होने से सरसों की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई, हालांकि इस समय उत्पादक मंडियों में सरसों की दैनिक आवक कम हो गई है। जयपुर मंे सरसों के भाव 4,725 रुपये, अलवर में 4,700 रुपये और मध्य प्रदेष की मोरेना मंडी में 4,500 रुपये प्रति क्विंटल रहे।
त्यौहारी सीजन षुरु होने के कारण तेल मिलें सरसों में खरीद ज्यादा मात्रा में करेंगी, इसलिए सरसों की कीमतों में फिर से सुधार आने का अनुमान है। ऐसे में जिन किसानों के पास सरसों का स्टॉक वह अभी थोड़ा रुख कर बिकवाली करेंगे तो कीमतों में आने वाले सुधार का लाभ उठा सकेंगे। इस समय सरसों तेल की मांग बिहार, बंगाल और असम से ज्यादा आ रही है, इन राज्यों में सरसों तेल की खपत सबसे ज्यादा होती है।
चालू रबी में सरसों की बुवाई में कमी आई थी, साथ ही बेमौसम बारिष और ओलावृष्टि से भी फसल को नुकसान हुआ था। ऐसे में सरसों की कुल उपलब्धता मांग के मुकाबले कम है।
कृषि मंत्रालय के चौथे आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2014-15 में सरसों की पैदावार घटकर 63.09 लाख टन होने का अनुमान है जबकि फसल सीजन 2013-14 सरसों की पैदावार 78.77 लाख टन की हुई थी।....आर एस राणा
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