आर एस राणा
नई दिल्ली। आयातित प्याज की आवक होने के साथ ही खरीफ प्याज की नई आवक की उम्मीद से कीमतों में गिरावट आई है। उत्पादक मंडियों में सप्ताहभर में इसकी कीमतों में 100 से 250 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गई। 21 सितंबर को देषभर की मंडियों में प्याज के औसत भाव 2,667 से 4,355 रुपये प्रति क्विंटल थे जोकि घटकर 2,416 से 4,241 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। अगस्त महीने में देषभर की प्रमुख मंडियों में प्याज की कुल आवक 34.74 लाख क्विंटल की हुई थी जबकि सितंबर महीने में अभी तक मंडियों में 26.56 लाख क्विंटल प्याज की आवक हो चुकी है।
सार्वजनिक कपंनियों के साथ ही प्राइवेट आयातक प्याज का आयात कर रहे हैं जबकि अक्टूबर महीने में उत्पादक मंडियों में खरीफ प्याज की नई आवक षुरु हो जायेगी। इसी को देखते हुए प्याज की मांग में कमी देखी जा ही है जबकि बिकवाली ज्यादा आ रही है। ऐसे में आगामी दिनों में प्याज की कीमतों में और भी गिरावट आयेगी।
केंद्र सरकार द्वारा प्याज के न्यूनतम निर्यात मूल्य को बढ़ाकर 700 डॉलर प्रति टन कर देने निर्यात तो बंद हुआ ही है, साथ ही सार्वजनिक कंपनियों द्वारा किए जा रहे आयातित प्याज की पहली खेप भी आने वाली है।
कृषि मंत्रालय के राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड के आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल वर्ष 2014-15 में प्याज की बुवाई 11.92 लाख हैक्टेयर में हुई है तथा पैदावार 193.57 लाख टन होने का अनुमान है। पिछले साल इसकी बुवाई 12.03 लाख हैक्टेयर में हुई थी तथा पैदावार 194.01 लाख टन की हुई थी। मंत्रालय के अनुसार पिछले साल के मुकाबले 2014-15 में प्याज की बुवाई में कमी आई है जिससे इसकी पैदावार भी पिछले साल के मुकाबले घटने का अनुमान है। वैसे भी प्याज की खुदाई के समय कई क्षेत्रों में बेमौसम बारिष और ओलावृष्टि से भी फसल को नुकसान हुआ था।
वित वर्ष 2014-15 के के दौरान 10.86 लाख टन प्याज का निर्यात हुआ है जबकि वित वर्ष 2013-14 में देष से 13.58 लाख टन प्याज का निर्यात हुआ था जबकि इसके पिछले वित वर्ष 2012-13 में 16.66 लाख टन प्याज का निर्यात हुआ था।......आर एस राणा
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