आर एस राणा
घरेलू मसाला कंपनियों की मांग निकलने से धनिया की कीमतों में तेजी बनी हुई है। उत्पादक मंडियों में पिछले तीन दिनों में इसकी कीमतों में 300 से 400 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आ चुकी है। उत्पादक राज्यों की मंडियों में धनिया की दैनिक आवक कम हो रही है जबकि सर्दियों का सीजन षुरु होने वाला है इसलिए घरेलू मसाला कंपनियों के साथ ही निर्यातकों की मांग बढ़ने से भाव में और सुधार आ सकता है।
चालू सीजन में धनिया की पैदावार तो पिछले साल के मुकाबले ज्यादा होने का अनुमान है लेकिन फसल की कटाई के समय बेमौसम बारिष और ओलावृष्टि से फसल की क्वालिटी प्रभावित हुई थी जिसकी वजह से अच्छी गुणवत्ता के धनिया की उपलब्धता मांग की तुलना में कम है। अतः उत्पादक मंडियों में उच्च गुणवत्ता के धनिया की दैनिक आवक कम हो रही है।
कृषि मंत्रालय के अनुसार वर्ष 2014-15 में धनिया की बुवाई 4.47 लाख हैक्टेयर में हुई है तथा पैदावार 3.14 लाख टन होने का अनुमान है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारतीय धनिया के निर्यात सौदे इस समय 1.98 डॉलर प्रति किलो की दर से हो रहे हैं जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसके निर्यात सौदे 2.25 डॉलर प्रति किलो की दर से हुए थे।
भारतीय मसाला बोर्ड के अनुसार वित्त वर्ष 2014-15 के दौरान धनिया का निर्यात बढ़कर 46,000 टन का हुआ है जबकि वित्त वर्ष 2013-14 के दौरान 45,750 टन का निर्यात हुआ था। मसाला बोर्ड ने वित्त वर्ष 2014-15 में निर्यात का लक्ष्य 45,000 टन का रखा है।.....आर एस राणा
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