आर एस राणा
नई दिल्ली। इंडियन षुगर मिल्स एसोसिएषन (इस्मा) के आरंभिक अनुमान के अनुसार पहली अक्टूबर से षुरु होने वाले नए पेराई सीजन 2015-16 में चीनी का उत्पादन 270 लाख टन होने का अनुमान है जोकि पेराई सीजन 2014-16 के 282.6 लाख टन से कम है।
इस्मा के सेटेलाईट आंकलन के अनुसार चालू सीजन में गन्ने की बुवाई पिछले साल की तुलना में 0.4 फीसदी घटकर 52.85 लाख हैक्टेयर में हुई है। हालांकि गन्ने की बुवाई में ज्यादा कमी नहीं आई है लेकिन चीनी के सबसे बड़े उत्पादक राज्य महाराष्ट्र में जुलाई-अगस्त में बारिष सामान्य से काफी कम हुई, जबकि इस दौरान गन्ने की फसल को पानी की सबसे ज्यादा जरुरत होती है। इसीलिए महाराष्ट्र में चीनी का उत्पादन पिछले साल की तुलना में कम होने का अनुमान है।
इस्मा के अनुसार महाराष्ट्र में चीनी का उत्पादन घटकर 2015-16 में 90 लाख टन का रह सकता है जबकि पिछले पेराई सीजन में 105.05 लाख टन का उत्पादन हुआ था। उत्तर प्रदेष में नए पेराई सीजन में 73.51 से 75 लाख टन चीनी का उत्पादन होने का अनुमान है जबकि पेराई सीजन 2014-15 में 71.01 लाख टन का उत्पादन हुआ था। कर्नाटका में अक्टूबर से ष्षुरु होने वाले नए पेराई सीजन में चीनी का उत्पादन 4 लाख टन घटकर 46 लाख टन होने का अनुमान है। तमिलनाडु में चालू खरीफ में बारिष अच्छी हुई है तथा गन्ने के बुवाई रकबे में भी बढ़ोतरी हुई है ऐसे में तमिलनाडु चीनी का उत्पादन पिछले पेराई सीजन की तुलना में 1 लाख टन बढ़कर 13.5 लाख टन होने का अनुमान है।
गुजरात में 11.5 लाख टन, आंध्रप्रदेष और तेलंगाना में 8.5 लाख टन होने का अनुमान है जोकि पिछले साल के लगभग बराबर ही है। खरीफ में बारिष कम होने के कारण पंजाब और हरियाणा में चीनी उत्पादन में पिछले साल की तुलना में कमी आने का अनुमान है।.......आर एस राणा
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