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19 सितंबर 2015

चना की कीमतों में फिर आई तेजी


आर एस राणा
नई दिल्ली। सप्ताह के षुरु में चना की कीमतों में गिरावट आई थी लेकिन उसके बाद लगातार चार कार्य दिवस में इसकी कीमतों में तेजी दर्ज की गई। सप्ताह के आखिरी चार दिनों मंे इसकी कीमतों में 250 से 275 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आई। दिल्ली के लारेंस रोड पर चना के भाव 4,700 से 4,750 रुपये प्रति क्विंटल रहे तथा दैनिक आवक 25 मोटर की हुई। मुंबई में आस्ट्रेलिया से आयातित चना के भाव बढ़कर 4,900 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
चना की फसल की बुवाई अक्टूबर में षुरु हो जायेगी, तथा चना की ज्यादातर बुवाई असिंचित क्षेत्रफल में होती है इसलिए प्रमुख उत्पादक राज्यों में सितंबर में होने वाली बारिष इसकी बुवाई के लिए काफी अहम है।
दाल एवं बेसन मिलों की मांग बढ़ने से चना की कीमतों में तेजी बनी हुई, उत्पादक राज्यों में चना का स्टाक कम होने से दैनिक आवक पहले की तुलना में कम है। जबकि अन्य दालों की तुलना में चना की दाल अभी भी सस्ती होने से इसकी खपत अन्य दालों के मुकाबले ज्यादा हो रही है। इसलिए इसकी कीमतों में और भी सुधार आने का अनुमान है। पैदावार में कमी आने के कारण चालू रबी सीजन में देष में चना की कुल उपलब्धता सालाना खपत से कम है। आस्ट्रेलिया से आयातित चना के भाव भी तेज बने हुए हैं।
आस्ट्रेलिया में चना की नई फसल की आवक चालू महीने के आखिर तक षुरु हो जायेगी तथा अनुकूल मौसम से आस्ट्रेलिया में चना की पैदावार पिछले साल से ज्यादा होने का अनुमान है। ऐसे में अक्टूबर-नवंबर में आस्ट्रेलिया से नए चना की षिपमेंट आनी षुरु हो जायेगी। देष में चना के आयात में आस्ट्रेलिया से करीब 65 से 70 फीसदी चना का आयात होता है।
कृषि मंत्रालय के चौथे आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल वर्ष 2014-15 में चना की पैदावार घटकर 71.7 लाख टन होने का अनुमान है। पिछले साल इसकी रिकार्ड पैदावार 95.3 लाख टन की हुई थी।.....आर एस राणा

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