आम परिवारों के पास रखे सोने को बाजार में आकर्षित करने
के उद्देश्य से नेशनल कमोडिटी ऐंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (एनसीडीईएक्स) ने
गुरुवार को 'गोल्ड नाउ' के नाम से वायदा कारोबार अनुबंध शुरू किए। ये
अनुबंध सोने की एक किलो व 100 ग्राम छड़ों में किए जा सकेंगे जिनमें
पुनर्चक्रित सोना शामिल है। एनएसडीईएक्स का कहना है कि सोने के इन नए वायदा
अनुबंधों से भारतीय स्वर्ण रिफाइनरी उद्योग को नया बल मिलेगा। साथ ही यह
सरकार की प्रस्तावित स्वर्ण मुद्रीकरण योजना (जीएमएस) तथा 'मेक इन इंडिया'
कार्यक्रम का पूरक साबित होगा।
एनसीडीईएक्स के प्रबंध निदेशक समीर शाह ने बताया,
'हमने दो अनुबंध शुरू किए हैं जिसमें 100 ग्राम व एक किलो छड़ अनुबंध शामिल
है। हम 5 ग्राम, 10 ग्राम व 50 ग्राम सिक्कों में भी अनुबंध अगले 6 महीने
में शुरू करने की मंशा रखते हैं।' 'गोल्ड नाउ' अनुबंधों के तहत लंदन बुलियन
मार्केट एसोसिएशन द्वारा प्रमाणित आयातित सोने तथा घरेलू रिफाइनरियों के
पुनर्चक्रित 'इंडिया गोल्ड' में कारोबार किया जा सकेगा। इन अनुबंधों के तहत
क्रेताओं को सोने की आपूर्ति 6 केंद्रों-दिल्ली, अहमदाबाद, मुंबई, कोच्चि,
हैदराबाद व चेन्नई से की जाएगी। (BS Hindi)
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