इलायची की कीमतों में गिरावट आने की आशंका
नए सीजन में इलायची की पैदावार ज्यादा होने का अनुमान
आर एस राणा
नई दिल्ली। जून से शुरु होने वाले नए सीजन में इलायची की पैदावार पिछले साल से ज्यादा होने का अनुमान है जबकि नई फसल को देखते हुए निर्यात सौदे भी सीमित मात्रा में हो रहे हैं। इसलिए इलायची की कीमतों में 50 से 75 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आने की संभावना है। केरल की कुमली मंडी में मंगलवार को बोल्ड क्वालिटी की इलायची के भाव 1,000 से 1,020 रुपये प्रति किलो रहे।
इलायची कारोबारी अविनाश जैन ने बताया कि जून महीने में इलायची की नई फसल की आवक शुरु हो जायेगी। नए सीजन में इलायची की पैदावार बढ़कर करीब 24,000 टन होने का अनुमान है जबकि पिछले सीजन में पैदावार 23,0000 टन की हुई थी। उन्होंने बताया कि इस समय नीलामी केंद्रों पर इलायची की दैनिक आवक 3.5 से 4 लाख किलो की हो रही है तथा घरेलू मसाला निर्माताओं के साथ ही निर्यातकों की मांग कमजोर बनी हुई है। कुमली मंडी में 7 एमएम की इलायची का भाव 830 से 850 रुपये और 8 एमएम की क्वालिटी की इलायची का भाव 960 से 980 रुपये प्रति किलो है।
इलायची निर्यातक मूलकचंद रुबारल ने बताया कि विश्व बाजार में भारतीय इलायची का भाव 10.5 से 15 डॉलर प्रति किलो है। उधर ग्वाटेमाला की इलायची का भाव नीचे में 7 डॉलर से 14 डॉलर प्रति किलो तक है। वित वर्ष 2014-15 में इलायची का कुल निर्यात पिछले साल के लगभग बराबर ही 1450 टन के आसपास होने का अनुमान है। उन्होंने बताया कि चालू सीजन में इलायची की पैदावार 23,000 टन की हुई थी जबकि सालाना इलायची की खपत 17,000 टन के आसपास होती है। ऐसे में नई फसल के समय इलायची का बकाया स्टॉक बचेगा। ऐसे में जून में इलायची की कीमतों में गिरावट आने की आशंका है।
इलायची व्यापारी कमलेश गुप्ता ने बताया कि जून के आखिर तक नीलामी केंद्रों पर नई इलायची की आवक बढ़ जायेगी। नई फसल के समय उत्पादक केंद्रों पर करीब 2,000 टन इलायची का स्टॉक भी बचने का अनुमान है इसलिए इलायची की कीमतों में 50 से 75 रुपये प्रति किलो की गिरावट आ सकती है। हालांकि जूलाई-अगस्त में बारिश शुरु होने के बाद नीलामी केंद्रों पर आवक प्रभावित होगी, तब भाव में फिर से सुधार आयेगा।...आर एस राणा
नए सीजन में इलायची की पैदावार ज्यादा होने का अनुमान
आर एस राणा
नई दिल्ली। जून से शुरु होने वाले नए सीजन में इलायची की पैदावार पिछले साल से ज्यादा होने का अनुमान है जबकि नई फसल को देखते हुए निर्यात सौदे भी सीमित मात्रा में हो रहे हैं। इसलिए इलायची की कीमतों में 50 से 75 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आने की संभावना है। केरल की कुमली मंडी में मंगलवार को बोल्ड क्वालिटी की इलायची के भाव 1,000 से 1,020 रुपये प्रति किलो रहे।
इलायची कारोबारी अविनाश जैन ने बताया कि जून महीने में इलायची की नई फसल की आवक शुरु हो जायेगी। नए सीजन में इलायची की पैदावार बढ़कर करीब 24,000 टन होने का अनुमान है जबकि पिछले सीजन में पैदावार 23,0000 टन की हुई थी। उन्होंने बताया कि इस समय नीलामी केंद्रों पर इलायची की दैनिक आवक 3.5 से 4 लाख किलो की हो रही है तथा घरेलू मसाला निर्माताओं के साथ ही निर्यातकों की मांग कमजोर बनी हुई है। कुमली मंडी में 7 एमएम की इलायची का भाव 830 से 850 रुपये और 8 एमएम की क्वालिटी की इलायची का भाव 960 से 980 रुपये प्रति किलो है।
इलायची निर्यातक मूलकचंद रुबारल ने बताया कि विश्व बाजार में भारतीय इलायची का भाव 10.5 से 15 डॉलर प्रति किलो है। उधर ग्वाटेमाला की इलायची का भाव नीचे में 7 डॉलर से 14 डॉलर प्रति किलो तक है। वित वर्ष 2014-15 में इलायची का कुल निर्यात पिछले साल के लगभग बराबर ही 1450 टन के आसपास होने का अनुमान है। उन्होंने बताया कि चालू सीजन में इलायची की पैदावार 23,000 टन की हुई थी जबकि सालाना इलायची की खपत 17,000 टन के आसपास होती है। ऐसे में नई फसल के समय इलायची का बकाया स्टॉक बचेगा। ऐसे में जून में इलायची की कीमतों में गिरावट आने की आशंका है।
इलायची व्यापारी कमलेश गुप्ता ने बताया कि जून के आखिर तक नीलामी केंद्रों पर नई इलायची की आवक बढ़ जायेगी। नई फसल के समय उत्पादक केंद्रों पर करीब 2,000 टन इलायची का स्टॉक भी बचने का अनुमान है इसलिए इलायची की कीमतों में 50 से 75 रुपये प्रति किलो की गिरावट आ सकती है। हालांकि जूलाई-अगस्त में बारिश शुरु होने के बाद नीलामी केंद्रों पर आवक प्रभावित होगी, तब भाव में फिर से सुधार आयेगा।...आर एस राणा
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