बढ़िया गेहूं की कीमतों में सप्ताहभर में 50 से 75 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी दर्ज की गई। प्रमुख उत्पादक राज्यों में गेहूं के भाव 1,450-1,500 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़कर 1,500 से 1,575 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। भारतीय खाद्य निगम न्यूनतम समर्थन मूल्य 1,450 रुपये प्रति क्विंटल की दर से अभी तक 222.2 लाख टन गेहूं की खरीद कर चुकी है तथा केंद्र सरकार ने गेहूं की खरीद का लक्ष्य 300 लाख टन का रखा है। पिछले साल सरकारी खरीद एजेंसियों ने 280 लाख टन गेहूं की खरीद की थी। उत्पादक मंडियों में गेहूं की आवक पहले की तुलना में हो गई है जबकि फ्लोर मिलर्स के साथ ही बड़ी कंपनियां गेहूं की खरीद बराबर कर रही हैं। ऐसे में बढ़िया गेहूं की कीमतों में और भी सुधार आने का अनुमान है। विशेषज्ञों का मानना है कि किसान बढ़िया गेहूं की बिकवाली थोड़ा रुक कर करेंगे तो भाव में आने वाले और सुधार का लाभ उठा सकेंगे। कृषि मंत्रालय के दूसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार चालू फसल सीलन में गेहूं की पैदावार घटकर 957.6 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल पैदावार 958.5 लाख टन की हुई थी। बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से गेहूं की फसल को प्रति हैक्टेयर उत्पादकता के साथ ही क्वालिटी पर भी असर पड़ा है
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