ब्राजील से 20 हजार टन सोयाखली के आयात सौदे हुए
आर एस राणा
नई दिल्ली। घरेलू बाजार में सोयाखली की उंची कीमतों को देखते हुए कंपनियों ने आयात सौदे शुरु कर दिए हैं। घरेलू कंपनियों ने ब्राजील से करीब 18 से 20 हजार टन सोया खली के आयात सौदे किए हैं।
इंदौर के एक सोयाबीन कारोबारी ने बताया कि घरेलू बाजार में सोया खली की कीमतें काफी उंची है इसीलिए कंपनियां आयात कर रही हैं। उन्होंने बताया कि आयातित सोया खली का भाव भारतीय बंदरगाह पर पहुंच 28,500 से 30,000 रुपये प्रति टन है जबकि घरेलू सोया खली के भाव 39,000 से 40,000 रुपये प्रति टन हैं। दक्षिण भारत की कंपनियों के साथ एक मल्टीनेशनल कंपनी ने भी आयात सौदे किए है।
साल्वेंट एक्सटेªक्शन ऑफ इंडिया (सोपा) के प्रवक्ता राजेश अग्रवाल ने बताया कि तमिलनाडु की कुछ पोल्ट्री फर्म निर्माता कंपनियों ने ब्राजील से 477 डॉलर प्रति टन की दर से सोया खली के आयात सौदे किए है। इसका असर घरेलू बाजार में सोया खली की कीमतों के साथ ही सोयाबीन की कीमतों पर भी पड़ने की आशंका है। चालू वित वर्ष 2015-16 के पहले महीने अप्रैल में देश से सोया खली का निर्यात घटकर 18,017 टन का ही रह गया जबकि पिछले साल अप्रैल महीने में 89,883 टन सोया खली का निर्यात हुआ था।
भारतीय बंदरगाह पर अप्रैल 2015 में सोया खली के भाव बढ़कर 515 डॉलर प्रति टन हो गए जबकि मार्च 2015 में इसके भाव 448 डॉलर प्रति टन थे। उत्पादक मंडियों में सोयाबीन के भाव 4,100 से 4,150 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं जबकि सोया रिफाइंड तेल के भाव 600-605 रुपये प्रति 10 किलो हैं।
डद्योग के अनुसार वर्ष 2014-15 में देश में सोयाबीन की पैदावार 91.70 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल पैदावार 95 लाख टन की हुई थी। जानकारों का मानना है कि भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने चालू खरीफ में मानसूनी बारिश सामान्य से कम होने की आशंका जताई है इसीलिए स्टॉकिस्टों सोयाबीन की नीचे भाव में बिकवाली नही कर रहे हैं।...आर एस राणा
आर एस राणा
नई दिल्ली। घरेलू बाजार में सोयाखली की उंची कीमतों को देखते हुए कंपनियों ने आयात सौदे शुरु कर दिए हैं। घरेलू कंपनियों ने ब्राजील से करीब 18 से 20 हजार टन सोया खली के आयात सौदे किए हैं।
इंदौर के एक सोयाबीन कारोबारी ने बताया कि घरेलू बाजार में सोया खली की कीमतें काफी उंची है इसीलिए कंपनियां आयात कर रही हैं। उन्होंने बताया कि आयातित सोया खली का भाव भारतीय बंदरगाह पर पहुंच 28,500 से 30,000 रुपये प्रति टन है जबकि घरेलू सोया खली के भाव 39,000 से 40,000 रुपये प्रति टन हैं। दक्षिण भारत की कंपनियों के साथ एक मल्टीनेशनल कंपनी ने भी आयात सौदे किए है।
साल्वेंट एक्सटेªक्शन ऑफ इंडिया (सोपा) के प्रवक्ता राजेश अग्रवाल ने बताया कि तमिलनाडु की कुछ पोल्ट्री फर्म निर्माता कंपनियों ने ब्राजील से 477 डॉलर प्रति टन की दर से सोया खली के आयात सौदे किए है। इसका असर घरेलू बाजार में सोया खली की कीमतों के साथ ही सोयाबीन की कीमतों पर भी पड़ने की आशंका है। चालू वित वर्ष 2015-16 के पहले महीने अप्रैल में देश से सोया खली का निर्यात घटकर 18,017 टन का ही रह गया जबकि पिछले साल अप्रैल महीने में 89,883 टन सोया खली का निर्यात हुआ था।
भारतीय बंदरगाह पर अप्रैल 2015 में सोया खली के भाव बढ़कर 515 डॉलर प्रति टन हो गए जबकि मार्च 2015 में इसके भाव 448 डॉलर प्रति टन थे। उत्पादक मंडियों में सोयाबीन के भाव 4,100 से 4,150 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं जबकि सोया रिफाइंड तेल के भाव 600-605 रुपये प्रति 10 किलो हैं।
डद्योग के अनुसार वर्ष 2014-15 में देश में सोयाबीन की पैदावार 91.70 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल पैदावार 95 लाख टन की हुई थी। जानकारों का मानना है कि भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने चालू खरीफ में मानसूनी बारिश सामान्य से कम होने की आशंका जताई है इसीलिए स्टॉकिस्टों सोयाबीन की नीचे भाव में बिकवाली नही कर रहे हैं।...आर एस राणा
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