आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू कपास सीजन 2014-15 में कॉटन कार्पोरेशन ऑफ इंडिया (सीसीआई) को कपास की खरीद से 2,500 करोड़ रुपये का घाटा होगा। वस्त्र राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संतोष कुमार गंगवार ने बताया कि चालू सीजन में सीसीआई ने 87 लाख गांठ (एक गांठ-170 किलो) कपास की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर की है।
उन्होंने बताया कि सीसीआई ने चालू खरीद सीजन में एमएसपी पर 87 लाख गांठ कपास की खरीद है जिसमें 18,000 करोड़ रुपये की लागत आई है। उन्होंने बताया कि सीसीआई ई-निलामी के माध्यम से कपास की बिक्री घरेलू बाजार में कर रही है तथा सीसीआई द्वारा कपास की बिकवाली बाजार से उंचे भाव पर की जा रही है इसलिए सीसीआई को घाटा पहले से कुछ कम होगा। पहले अनुमान था कि सीसीआई को 4,000 करोड़ रुपये का घाटा होगा। सीसीआई ई-निलामी के माध्यम से अभी तक घरेलू बाजार में 12 लाख गांठ कपास की बिकवाली कर चुकी है। .....आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू कपास सीजन 2014-15 में कॉटन कार्पोरेशन ऑफ इंडिया (सीसीआई) को कपास की खरीद से 2,500 करोड़ रुपये का घाटा होगा। वस्त्र राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संतोष कुमार गंगवार ने बताया कि चालू सीजन में सीसीआई ने 87 लाख गांठ (एक गांठ-170 किलो) कपास की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर की है।
उन्होंने बताया कि सीसीआई ने चालू खरीद सीजन में एमएसपी पर 87 लाख गांठ कपास की खरीद है जिसमें 18,000 करोड़ रुपये की लागत आई है। उन्होंने बताया कि सीसीआई ई-निलामी के माध्यम से कपास की बिक्री घरेलू बाजार में कर रही है तथा सीसीआई द्वारा कपास की बिकवाली बाजार से उंचे भाव पर की जा रही है इसलिए सीसीआई को घाटा पहले से कुछ कम होगा। पहले अनुमान था कि सीसीआई को 4,000 करोड़ रुपये का घाटा होगा। सीसीआई ई-निलामी के माध्यम से अभी तक घरेलू बाजार में 12 लाख गांठ कपास की बिकवाली कर चुकी है। .....आर एस राणा
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