आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष-2015-16 के पहले महीने अप्रैल में वेजिटैबल तेलों के आयात में 33 फीसदी की भारी बढ़ोतरी होकर कुल आयात 1,097,679 टन का हो चुका है। विदेशी बाजार में वेजिटैबल तेलों की कीमतों में आई गिरावट से आयात में बढ़ोतरी हुई है।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) के अनुसार अप्रैल महीने में 1,097,679 टन वेजिटैबल तेलों का आयात हुआ है जबकि पिछले साल अप्रैल महीने में 832,760 टन तेलों का आयात हुआ था। चालू तेल वर्ष 2014-15 के पहले छह महीनों नवंबर-14 से अप्रैल-15 के दौरान वेजिटैबल तेलों के आयात में 25 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान 6,461,862 टन वेजिटैबल तेलों का आयात हो चुका है जबकि पिछले तेल वर्ष की समान अवधि में 5,164,991 टन तेलों का आयात हुआ था।
भारतीय बंदरगाह पर आरबीडी पामोलीन के भाव अप्रैल 2015 में घटकर 647 डॉलर प्रति टन रह गए जबकि मार्च-2015 में इसके भाव 661 डॉलर प्रति टन थे। इसी तरह से इस दौरान क्रुड पाम तेल के भाव 650 डॉलर प्रति टन से घटकर 638 डॉलर प्रति टन रह गए। क्रुड सोयाबीन तेल के भाव इस दौरान भारतीय बंदरगाह पर 767 डॉलर प्रति टन से घटकर 752 डॉलर प्रति टन रह गए।.....आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष-2015-16 के पहले महीने अप्रैल में वेजिटैबल तेलों के आयात में 33 फीसदी की भारी बढ़ोतरी होकर कुल आयात 1,097,679 टन का हो चुका है। विदेशी बाजार में वेजिटैबल तेलों की कीमतों में आई गिरावट से आयात में बढ़ोतरी हुई है।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) के अनुसार अप्रैल महीने में 1,097,679 टन वेजिटैबल तेलों का आयात हुआ है जबकि पिछले साल अप्रैल महीने में 832,760 टन तेलों का आयात हुआ था। चालू तेल वर्ष 2014-15 के पहले छह महीनों नवंबर-14 से अप्रैल-15 के दौरान वेजिटैबल तेलों के आयात में 25 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान 6,461,862 टन वेजिटैबल तेलों का आयात हो चुका है जबकि पिछले तेल वर्ष की समान अवधि में 5,164,991 टन तेलों का आयात हुआ था।
भारतीय बंदरगाह पर आरबीडी पामोलीन के भाव अप्रैल 2015 में घटकर 647 डॉलर प्रति टन रह गए जबकि मार्च-2015 में इसके भाव 661 डॉलर प्रति टन थे। इसी तरह से इस दौरान क्रुड पाम तेल के भाव 650 डॉलर प्रति टन से घटकर 638 डॉलर प्रति टन रह गए। क्रुड सोयाबीन तेल के भाव इस दौरान भारतीय बंदरगाह पर 767 डॉलर प्रति टन से घटकर 752 डॉलर प्रति टन रह गए।.....आर एस राणा
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