मध्य जून तक नीलामी केंद्रों पर बढ़ेगी नई फसल की दैनिक आवक
आर एस राणा
नई दिल्ली। उत्पादक राज्यों में इलायची की नई फसल की आवक मध्य जून के बाद बढ़ जायेगी। चालू सीजन में अनुकूल मौसम से देष में इलायची की पैदावार बढ़कर 24 से 25 हजार टन होने का अनुमान है। इलायची में इस समय निर्यातकों की मांग अच्छी है जबकि ग्वाटेमाला में बढ़िया क्वालिटी का स्टॉक कम है। इसलिए नई फसल की आवक बनने पर घरेलू बाजार में इलायची की कीमतों में 25 से 50 रुपये प्रति किलो की गिरावट तो आ सकती है लेकिन भारी गिरावट की उम्मीद नहीं है। नीलामी केंद्र पर षनिवार को 57,714 किलो इलायची की आवक हुई तथा भाव 663 से 923 रुपये प्रति किलो रहे।
इलायची की निर्यातक फर्म के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नीलामी केंद्रों पर नई इलायची की 2-4 लॉट की आवक तो षुरु हो गई है लेकिन क्वालिटी हल्की आ रही है। मध्य जून तक बढ़िया क्वालिटी की आवक बन जायेगी तथा चालू सीजन में इलायची की पैदावार बढ़कर 24 से 25 हजार टन होने का अनुमान है। उन्होंने बताया कि विष्व बाजार में भारतीय इलायची के भाव 13.50 डॉलर से 15.50 डॉलर प्रति किलो चल रहे है। हालांकि ग्वाटेमाला की इलायची के भाव 9 से 13 डॉलर प्रति किलो है लेकिन ग्वाटेमाला के पास बोल्ड क्वालिटी का स्टॉक कम है। ऐसे में जून के आखिर तक निर्यातकों की मांग बढ़ने की उम्मीद है जिससे बढ़िया क्वालिटी की इलायची के भाव में सुधार आयेगा। उन्होंने बताया कि वित वर्ष 2014-15 में मार्च 2015 तक देष से कुल 3,500-4,000 टन इलायची का निर्यात होने का अनुमान है।
कुमली मंडी के इलायची कारोबारी अरुण अग्रवाल ने बताया कि नीलामी केंद्रों पर 8 एम एम की क्वालिटी की इलायची के भाव 890 से 920 रुपये और बोल्ड क्वालिटी की इलायची के भाव 980 से 1,020 रुपये प्रति किलो है। नई फसल की बढ़िया क्वालिटी की आवक बनने के बाद पुरानी इलायची की कीमतों में हल्की गिरावट आ सकती है क्योंकि उत्पादक राज्यों में पुरानी इलायची का स्टॉक बचा हुआ है।
कृषि मंत्रालय के अनुसार फसल सीजन 2014-15 में देष में इलायची की पैदावार 21,000 हजार होने का अनुमान है जबोकि पिछले साल के बराबर ही है। भारतीय मसाला बोर्ड के अनुसान वित वर्ष 2014-15 के पहले नो महीनों अप्रैल से दिसंबर के दौरान 3,210 टन इलायची का निर्यात हो चुका है तथा विष्व बाजार में इस समय भारतीय इलायची का औसत भाव 13.85 डॉलर प्रति किलो है जबकि पिछले साल इस समय भाव 18.18 डॉलर प्रति किलो था
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