सोयाबीन की कीमतों में तेजी का रुख देखा जा रहा है। मॉनसून पर अल नीनो का
प्रभाव पडऩे की आशंका से हाजिर बाजार में एक माह के दौरान सोयाबीन की
कीमतें 5 से 6 फीसदी तक चढ़ गई हैं। व्यापारियों का कहना है कि मॉनसून में
कम बारिश की आशंका से उत्पादन और आपूर्ति पर असर पड़ सकता है, जिससे कीमतों
में तेजी का रुख बना हुआ है। भारतीय मौसम विभाग ने भी अनुमान लगाया है कि
मध्य भारत में बारिश अपेक्षाकृत कम रह सकती है, जबकि देश में सोयाबीन का
उत्पादन इसी क्षेत्र में सबसे ज्यादा होता है। भारतीय मौसम विभाग और अमेरिक
की एक संस्था ने भी इस साल अल नीनो की आशंका जताई है।
इंदौर मंडी में मिल आपूर्ति वाले सोयाबीन के लिए 3725 से 3800 रुपये क्विंटल की बोली लगाई गई, जबकि एक माह पहले कीमतें 35,000 से 3650 रुपये प्रति क्विंटल थी। मंडी में सोयाबीन के व्यापारी हितेश अग्रवाल ने कहा, 'पिछले 15 दिनों से बाजार में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है और कीमतें 4100 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गई थीं। हालांकि अब यह 3500 रुपये क्विंटल के आसपास चल रही हैं।' (BS Hindi)
इंदौर मंडी में मिल आपूर्ति वाले सोयाबीन के लिए 3725 से 3800 रुपये क्विंटल की बोली लगाई गई, जबकि एक माह पहले कीमतें 35,000 से 3650 रुपये प्रति क्विंटल थी। मंडी में सोयाबीन के व्यापारी हितेश अग्रवाल ने कहा, 'पिछले 15 दिनों से बाजार में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है और कीमतें 4100 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गई थीं। हालांकि अब यह 3500 रुपये क्विंटल के आसपास चल रही हैं।' (BS Hindi)
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