कुल पेज दृश्य

21 मई 2015

मूंगफली दाने के निर्यात में 39 फीसदी की बढ़ोतरी


रबी में पैदावार कम होने के अनुमान से भाव में तेजी की संभावना
आर एस राणा
नई दिल्ली। मूंगफली दाने के निर्यात में मात्रा के हिसाब से 39 फीसदी और मूल्य के हिसाब से 46.67 फीसदी की भारी बढ़ोतरी हुई है। खरीफ मूंगफली की आवक उत्पादक मंडियों में कम हो रही है जबकि रबी मूंगफली की खपत दाने में ज्यादा होती है। रबी में मूंगफली की पैदावार भी कम होने का अनुमान है इसलिए मौजूदा कीमतों में तेजी की ही संभावना है। राजकोट में मूंगफली के भाव 4,450 से 4,550 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं।
एपीडा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वित वर्ष 2014-15 में मात्रा के हिसाब से मूंगफली दाने के निर्यात में 39 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल निर्यात 7.08 लाख टन का हो चुका है जबकि पिछले वित वर्ष 2013-14 में मूंगफली दाने का निर्यात 5.09 लाख टन का हुआ था। उन्होंने बताया कि विष्व बाजार में मूंगफली दाने की निर्यात मांग इस समय अच्छी बनी हुई है तथा अप्रैल से षुरू हुए निए वित वर्ष में इसमें और भी बढ़ोतरी होने का अनुमान है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार वित वर्ष 2014-15 में मूल्य के हिसाब से मूंगफली दाने के निर्यात में 46.67 फीसदी की भारी बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने बताया कि इस दौरान मूंगफली दाने का निर्यात मूल्य के हिसाब से बढ़कर 4,675.38 करोड़ रुपये का हो गया जबकि पिछले वित वर्ष में इसका निर्यात 3,187.66 करोड़ रुपये का हुआ था।
मूंगफली कारोबारी समीर भाई षाह ने बताया कि उत्पादक मंडियों में खरीफ की मूंगफली की आवक काफी कम हो गई है जबकि इस समय तेल में मांग अच्छी है। रबी की मूंगफली की खपत दाने में ज्यादा होती है। वैसे भी रबी में मूंगफली की पैदावार कम होने का अनुमान है इसलिए आगामी दिनों में मूंगफली की कीमतों में तेजी आने का अनुमान है। उत्पादक मंडियों में मूंगफली के भाव 4,400 से 4,550 रुपये प्रति क्विंटल है जबकि राजकोट में मूंगफली तेल का भाव 1,020 रुपये प्रति 10 किलो है।
कृषि मंत्रालय के तीसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2014-15 में रबी में मूंगफली की पैदावार घटकर 15.91 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसकी पैदावार 16.56 लाख टन की हुई थी। खरीफ में भी पैदावार में भारी कमी आई थी। खरीफ में पैदावार केवल 50.57 लाख टन की ही हुई थी जबकि पिछले साल खरीफ में 80.58 लाख टन का उत्पादन हुआ था।.....आर एस राणा

कोई टिप्पणी नहीं: