पहली जून से ओएमएसएस के तहत गेहूं की बिक्री षुरु, भाव में तेजी संभव
आर एस राणा
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत गेहूं का बिक्री भाव 1,550 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। ओएमएसएस के तहत पुराने गेहूं के साथ ही नए गेहूं की बिक्री भी पहली जून से षुरु होगी, इससे उत्पादक मंडियों में गेहूं की कीमतों में 50 से 75 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आने की संभावना है।
भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ओएमएसएस के तहत पंजाब, हरियाणा और मध्य प्रदेष से गेहूं की बिक्री पहली जून से षुरु की जायेगी, फ्लोर मिलें चालू रबी विपणन सीजन 2015-16 के साथ ही पिछले रबी विपणन सीजन 2014-15 का गेहूं भी खरीद सकती है। उन्होंने बताया कि गेहूं का बिक्री भाव (नई और पुराने सीजन का गेहूं) का 1,550 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है। परिवहन लागत फ्लोर मिलों को स्वयं वहन करनी होगी।
उन्होंने बताया कि अभी तक न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर 267 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी है जोकि पिछले विपणन सीजन की समान अवधि के 262 लाख टन से ज्यादा है। उन्होंने बताया कि एक मई 2015 के आधार पर केंद्रीय पूल में गेहूं का 341.27 लाख टन गेहूं का स्टॉक था जबकि मई महीने में हुई खरीद के बाद केंद्रीय पूल में गेहूं के स्टॉक में बढ़ोतरी हुई है। इस समय उत्पादक मंडियों में गेहूं की दैनिक आवक कम हो गई है इसलिए एफसीआई की खरीद भी पहले की तुलना में कम हो गई है।
श्री बालाजी फुड प्रोडेक्ट प्राईवेट लिमिटेड के प्रबंधक संदीप गुप्ता ने बताया कि एफसीआई की खरीद कम होने से उत्पादक मंडियों में गेहूं की कीमतों में गिरावट बनी हुई थी लेकिन एफसीआई द्वारा ओएमएसएस के तहत गेहूं का बिक्री भाव बढ़ा देने से उत्पादक मंडियों में गेहूं की कीमतों में 50 से 75 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आने का अनुमान है। उन्होंने बताया कि मार्च में एफसीआई ओएमएसएस के तहत 1,500 रुपये प्रति क्विंटल की दर से गेहूं की बिकवाली कर रही थी। हालांकि उत्पादक राज्यों में अभी गेहूं का स्टॉक बचा हुआ है ऐसे में फ्लोर मिलों की ओएमएसएस के तहत अभी गेहूं खरीद अभी षुरु होने की संभावना नहीं है। दिल्ली के लारेंस रोड़ पर षुक्रवार को गेहूं का भाव 1,480 से 1,510 रुपये प्रति क्विंटल रहा।.....आर एस राणा
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