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25 मई 2015

कपास की दैनिक आवक 4.41 फीसदी घटकर 348.3 लाख गांठ


आर एस राणा
नई दिल्ली। पैदावार में आई कमी का असर कपास की दैनिक आवकों पर देखा जा रहा है। चालू फसल सीजन 2014-15 में अभी तक उत्पादक मंडियों में कपास की दैनिक आवक 4.41 फीसदी घटकर 348.3 लाख गांठ (एक गांठ-170 किलो) की ही हुई है। उत्तर भारत के राज्यों पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के साथ ही गुजरात में कपास की दैनिक आवक में कमी आई है।
कॉटन कार्पोरेशन ऑफ इंडिया (सीसीआई) के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार प्रमुख उत्पादक राज्यों की मंडियों में चालू सीजन में अभी तक 348.3 लाख गांठ कपास की आवक ही हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 364.4 लाख गांठ की आवक हुई थी। कॉटन एडवाईजरी बोर्ड (सीएबी) के अनुसार फसल सीजन 2014-15 में कपास की पैदावार घटकर 390 लाख गांठ होने का अनुमान है जबकि पिछले साल पैदावार 398 लाख गांठ की पैदावार हुई थी। कृषि मंत्रालय के तीसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार कपास की पैदावार घटकर 353.28 लाख गांठ होने का अनुमान है जबकि पिछले साल पैदावार 359.02 लाख गांठ की पैदावार हुई थी।
उत्तर भारत के राज्यों पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में कपास की दैनिक आवक घटकर 47.5 लाख गांठ की हुई है जबकि पिछले साल 55.9 लाख गांठ की आवक हुई थी। इन राज्यों में कपास की पैदावार 5 फीसदी घटकर 56 लाख गांठ होने का अनुमान है। प्रमुख कपास उत्पादक राज्य गुजरात में कपास की दैनिक आवक 11 फीसदी घटकर 93.9 लाख गांठ की हुई है। मानसूनी बारिश कम होने के कारण गुजरात में कपास की पैदावार घटकर 100.8 लाख गांठ ही होने का अनुमान है जबकि पिछले साल पैदावार 124 लाख गांठ की हुई थी।
महाराष्ट्र में कपास की दैनिक आवक घटकर 70.2 लाख गांठ की हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक आवक 74 लाख गांठ की हुई थी। दक्षिण भारत के राज्यों आंध्रप्रदेश और तेलंगाना में कपास की आवक बढ़कर अभी तक 80.9 लाख गांठ की हो चुकी हैं जबकि पिछले साल इस समय तक 74.8 लाख गांठ की आवक हुई थी। तेलंगाना की हिस्सेदारी इसमें 55.2 लाख गांठ है। कर्नाटका में भी चालू सीजन में कपास की दैनिक आवक बढ़कर 29.6 लाख गांठ की हुई है जबकि पिछले साल इसकी आवक 23.1 लाख गांठ की हुई थी।......आर एस राणा

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