गेहूं का उत्पादन 4.38 फीसदी कम होने की आषंका
सरकारी खरीद पिछले साल की तुलना में पिछड़ी
आर एस राणा
नई दिल्ली। प्रतिकूल मौसम की मार से गेहूं की पैदावार चालू रबी में 4.38 फीसदी घटकर 915 लाख टन होने का अनुमान है। चालू रबी विपणन सीजन में पैदावार में आई कमी का असर गेहूं की सरकारी खरीद पर पड़ा है। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) अभी तक देषभर की मंडियों से 238.36 लाख टन गेहूं की ही खरीद कर पाई हैं।
कृषि मंत्रालय के एक वरिश्ठ अधिकारी ने बताया कि राज्य सरकारों से मिलें आंकड़े के अनुसार मार्च-अप्रैल महीने में प्रतिकूल मौसम से गेहूं की पैदावार घटकर 915 लाख टन होने का अनुमान है। उन्होंने बताया कि दूसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार चालू फसल सीजन में गेहूं की पैदावार 957.6 लाख टन होने का अनुमान था। पिछले साल देष में गेहूं की पैदावार 958.5 लाख टन की हुई थी।
एफसीआई के अनुसार चालू रबी विपणन सीजन में गेहूं की सरकारी खरीद घटकर 238.36 लाख टन की ही हुई है जबकि पिछले रबी विपणन सीजन की समान अवधि में 245.15 लाख टन गेहूं की सरकारी खरीद हो चुकी थी। अभी तक कुल खरीद में पंजाब से 94.10 लाख टन गेहूं खरीदा गया है जबकि पिछले साल इस समय तक पंजाब से 107.55 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी थी। हरियाणा से चालू रबी विपणन सीजन में गेहूं की खरीद बढ़कर 65.68 लाख टन की हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 63.08 लाख टन गेहूं खरीदा गया था।
अन्य राज्यों में मध्य प्रदेष से एमएसपी पर अभी तक 60.51 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 59.63 लाख टन गेहूं ही खरीदा गया था। उत्तर प्रदेष से अभी तक 8.68 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 2.40 लाख टन गेहूं की ही खरीद हुई थी। राजस्थान से गेहूं की खरीद 8.78 लाख टन की ही हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक 12.43 लाख टन गेहूं खरीदा जा चुका था।
दिल्ली की लारेंस रोड़ मंडी में गेहूं के भाव 1,500 से 1,530 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं। उत्पादक मंडियों में गेहूं की दैनिक आवक पहले की तुलना में कम हो गई है जबकि फ्लोर मिलर्स के साथ ही बड़ी कंपनियां खरीद कर रही है। इसलिए बढ़िया गेहूं की कीमतों में और भी तेजी आने की संभावना है।......आर एस राणा
सरकारी खरीद पिछले साल की तुलना में पिछड़ी
आर एस राणा
नई दिल्ली। प्रतिकूल मौसम की मार से गेहूं की पैदावार चालू रबी में 4.38 फीसदी घटकर 915 लाख टन होने का अनुमान है। चालू रबी विपणन सीजन में पैदावार में आई कमी का असर गेहूं की सरकारी खरीद पर पड़ा है। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) अभी तक देषभर की मंडियों से 238.36 लाख टन गेहूं की ही खरीद कर पाई हैं।
कृषि मंत्रालय के एक वरिश्ठ अधिकारी ने बताया कि राज्य सरकारों से मिलें आंकड़े के अनुसार मार्च-अप्रैल महीने में प्रतिकूल मौसम से गेहूं की पैदावार घटकर 915 लाख टन होने का अनुमान है। उन्होंने बताया कि दूसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार चालू फसल सीजन में गेहूं की पैदावार 957.6 लाख टन होने का अनुमान था। पिछले साल देष में गेहूं की पैदावार 958.5 लाख टन की हुई थी।
एफसीआई के अनुसार चालू रबी विपणन सीजन में गेहूं की सरकारी खरीद घटकर 238.36 लाख टन की ही हुई है जबकि पिछले रबी विपणन सीजन की समान अवधि में 245.15 लाख टन गेहूं की सरकारी खरीद हो चुकी थी। अभी तक कुल खरीद में पंजाब से 94.10 लाख टन गेहूं खरीदा गया है जबकि पिछले साल इस समय तक पंजाब से 107.55 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी थी। हरियाणा से चालू रबी विपणन सीजन में गेहूं की खरीद बढ़कर 65.68 लाख टन की हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 63.08 लाख टन गेहूं खरीदा गया था।
अन्य राज्यों में मध्य प्रदेष से एमएसपी पर अभी तक 60.51 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 59.63 लाख टन गेहूं ही खरीदा गया था। उत्तर प्रदेष से अभी तक 8.68 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 2.40 लाख टन गेहूं की ही खरीद हुई थी। राजस्थान से गेहूं की खरीद 8.78 लाख टन की ही हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक 12.43 लाख टन गेहूं खरीदा जा चुका था।
दिल्ली की लारेंस रोड़ मंडी में गेहूं के भाव 1,500 से 1,530 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं। उत्पादक मंडियों में गेहूं की दैनिक आवक पहले की तुलना में कम हो गई है जबकि फ्लोर मिलर्स के साथ ही बड़ी कंपनियां खरीद कर रही है। इसलिए बढ़िया गेहूं की कीमतों में और भी तेजी आने की संभावना है।......आर एस राणा
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