सरकार ने घरेलू बाजार में प्याज के मूल्य में आ रही गिरावट थामने के लिए इसके निर्यात का न्यूनतम मूल्य (एमईपी) और घटा दिया है। प्याज का निर्यात मूल्य घटाकर २७५ डॉलर प्रति टन कर दिया है। पहले यह दाम ३५० डॉलर प्रति टन था। सरकार ने मार्च माह में तीसरी बार प्याज का एमईपी घटाया है।
विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) द्वारा जारी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि बैंगलोर रोज और कृष्णापुरम किस्म के प्याज का निर्यात मूल्य नहीं घटाया गया है। इसका एमईपी 1400 डॉलर प्रति टन है। सरकार ने एक मार्च को प्याज का निर्यात मूल्य ६०० डॉलर प्रति टन से घटाकर ४५० डॉलर प्रति टन कर दिया था। फिर ८ मार्च को प्याज का निर्यात मूल्य घटाकर ३५० डॉलर कर दिया। सरकार ने पिछले महीने ही प्याज के निर्यात पर लगी रोक को हटाया था।
किसानों ने घरेलू बाजार में प्याज के दाम गिरने के चलते प्याज निर्यात पर लगी रोक को हटाने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था। हालांकि तब सरकार ने तब प्याज के निर्यात मूल्य को ६०० डॉलर प्रति टन ही रखा था। उस समय निर्यात मूल्य को उच्च स्तर पर रखने का निर्णय घरेलू बाजार में प्याज की कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए लिया गया था। कुछ दिनों पहले घरेलू फुटकर बाजार में प्याज की कीमतें ७०-८० रुपये प्रति किलो के स्तर पर पहुंच गई थी।
उस समय केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार ने संकेत किया था कि प्याज का ६०० डॉलर प्रति टन मूल्य वैश्विक बाजार में चल रहे मूल्य के लगभग दोगुना है। बैंगलोर रोज ओनियन का निर्यात मूल्य वर्तमान में १,४०० डॉलर प्रति टन है। सरकार ने घरेलू बाजार में दाम बढऩे के चलते प्याज के निर्यात पर रोक लगा दी थी। वर्ष २०१०-११ के दौरान देश का प्याज उत्पादन १०५ लाख टन रहने की संभावना है। जबकि बीते वर्ष १२० लाख टन प्याज का उत्पादन हुआ था। (Business Bhaskar)
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