मुंबई March 18, 2011
जिंसों के वायदा कारोबार में हाल ही में कदम रखने वाले एस कमोडिटी एक्सचेंज ने जुलाई-अगस्त तक अपने पूंजी आधार को 20 फीसदी बढ़ाने की योजना बनाई है। इस एक्सचेंज में मुख्य हिस्सेदार कोटक है। इस प्रक्रिया में एक्सचेंज के पूंजी आधार में तकरीबन 20 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी होगी। इसके बाद कोटक की हिस्सेदारी 51 फीसदी से घटकर 40 फीसदी रह जाएगी और इससे नियामक के नियमों का भी पालन होगा। अहमदाबाद कमोडिटी एक्सचेंज को कोटक महिंद्रा बैंक की मदद से अपग्रेड करके राष्टï्रीय एक्सचेंज बनाया गया है और एस कमोडिटी एक्सचेंज में इसकी 51 फीसदी हिस्सेदारी है। वायदा बाजार आयोग (एफएमसी) के नियमों के मुताबिक शुरू होने से साल भर के अंदर इसे घटाकर 40 फीसदी करना होगा। एस के मुख्य कार्याधिकारी दिलीप भाटिया ने बताया, 'एफएमसी के दिशानिर्देशों के मुताबिक कोटक की हिस्सेदारी घटाकर 40 फीसदी करने के लिए नए इक्विटी जारी किए जाएंगे। हालांकि, अभी समय बचा हुआ है और अब तक हमने कोई आखिरी फैसला नहीं किया है।Óएक्सचेंज की शुरुआत 100 करोड़ रुपये की पूंजी के साथ की गई थी। इसमें 10 फीसदी हिस्सेदारी पुराने अहमदाबाद कमोडिटी एक्सचेंज और 15 फीसदी हिस्सेदारी हरियाणा एग्रीकल्चर मार्केटिंग फेडरेशन समेत कुछ बैंकों के पास है। इस बार जुटाए जाने वाले पैसे का इस्तेमाल एक्सचेंज के उत्पाद आधार को बढ़ाने और बेहतर सेवा मुहैया कराने के लिए तकनीकी उन्नयन में किया जाएगा।अभी इस एक्सचेंज के जरिए 6 कृषि उत्पादों का कारोबार होता है। (BS Hindi)
21 मार्च 2011
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें