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06 जून 2020

अप्रैल में डीओसी के निर्यात में 60 फीसदी की भारी गिरावट आई

आर एस राणा
नई दिल्ली। विश्व बाजार में कीमतें कम होने के कारण अप्रैल में डीओसी के निर्यात में 60 फीसदी की भारी गिरावट आकर कुल निर्यात 1,02,001 टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल अप्रैल में इनका निर्यात 2,54,585 टन का हुआ था।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसियेसन आफ इंडिया (एसईए) के अनुसार अप्रैल में सोया डीओसी के साथ ही सरसों और केस्टर डीओसी के निर्यात में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में कमी आई है जबकि राइसब्रान डीओसी का निर्यात बढ़ा है। सोया डीओसी का निर्यात चालू वित्त वर्ष 2020-21 के अप्रैल में घटकर 25,940 टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल अप्रैल में इसका निर्यात 40,829 टन का हुआ था। इसी तरह से सरसों डीओसी का निर्यात अप्रैल 2019 के 1,20,630 टन की तुलना में घटकर चालू वित्त वर्ष के अप्रैल में केवल 21,493 टन का ही हुआ है। केस्टर डीओसी का निर्यात अप्रैल में घटकर 15,387 टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल अप्रैल में इसका निर्यात 66,285 टन का हुआ था। राइसब्रान डीओसी का निर्यात जरुर अप्रैल 2019 के 26,750 टन से बढ़कर चालू वित्त वर्ष के अप्रैल में 39,181 टन का हुआ है।
जनवरी के मुकाबले अप्रैल में सोया और सरसों डीओसी की कीमतों में आई गिरावट
एसईए के अनुसार विश्व बाजार में सोया और सरसों डीओसी की कीमतें नीचे बनी हुई हैं जबकि घरेलू बाजार में दाम उंचे हैं जिसका असर निर्यात पर पड़ा है। हालांकि जनवरी के मुकबाले अप्रैल में इनकी कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है। भारतीय बंदगाह पर सोया डीओसी का भाव अप्रैल 2020 में औसतन 441 डॉलर प्रति टन और सरसों डीओसी का 222 डॉलर प्रति टन रहा जबकि जनवरी 2020 में इनका भाव क्रमश: 485 और 234 डॉलर प्रति टन था। सोयाबीन के भाव इंदौर मंडी में 3,850 रुपये, सरसों के राजस्थान की मंडियों में 4,350 रुपये और केस्टर सीड के भाव गुजरात की मंडियों में 3,600 रुपये प्रति क्विंटल हैं।............  आर एस राणा

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