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24 जून 2020

गेहूं की रिकार्ड 385.56 लाख टन की खरीद, उत्तर प्रदेश की हिस्सेदारी 9 फीसदी से भी कम

आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू रबी विपणन सीजन 2020-21 में गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर रिकार्ड खरीद 385.56 लाख टन की हो चुकी है लेकिन इसमें सबसे बड़े गेहूं उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश की हिस्सेदारी मात्र 8.64 फीसदी की है जोकि तय लक्ष्य से तो कम है ही, पिछले साल हुई कुल खरीद से भी 3.69 लाख टन पिछे है।
उत्तर प्रदेश से चालू रबी विपणन में अभी तक केवल 33.31 लाख टन गेहूं की खरीद ही एमएसपी पर हो पाई है जबकि खरीद का लक्ष्य 55 लाख टन का तय किया गया है। पिछले रबी सीजन में भी राज्य से 55 लाख टन गेहूं खरीदने का लक्ष्य तय किया गया था, लेकिन खरीद हुई थी केवल 37 लाख टन की ही। राज्य में गेहूं की सरकारी खरीद 30 जून तक चलेगी है, लेकिन जिस गति से खरीद हो रही है, उस देखते हुए खरीद तय लक्ष्य से कम ही रहेगी। चालू रबी में उत्तर प्रदेश में गेहूं के उत्पादन का अनुमान 363 लाख टन का है। खरीद कम होने के कारण ही राज्य की उत्पादक मंडियों में गेहूं 1,800 से 1,850 रुपये प्रति क्विंटल बिक रहा है जबकि चालू रबी विपणन सीजन 2020-21 के लिए केंद्र सरकार ने एमएसपी 1,925 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है।
मध्य प्रदेश और राजस्थान से खरीद तय लक्ष्य से ज्यादा
भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के अनुसार चालू रबी में 385.56 लाख टन गेहूं की रिकार्ड खरीद हो चुकी है तथा खरीद का लक्ष्य 407 लाख टन का तय किया गया है। पिछले रबी में कुल खरीद 341.32 लाख टन की हुई थी। चालू रबी में मध्य प्रदेश से 129.35 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी है जबकि राज्य से खरीद का लक्ष्य केवल 100 लाख टन का था। इसी तरह से राजस्थान से खरीद का लक्ष्य 17 लाख टन का था जबकि अभी तक 20.73 लाख टन गेहूं खरीद गया है। पंजाब से चालू रबी में 127.12 लाख टन और हरियाणा से 73.98 लाख टन गेहूं समर्थन मूल्य पर खरीदा गया है। इन राज्यों से गेहूं की खरीद का लक्ष्य क्रमश: 135 एवं 95 लाख टन का तय था।
उत्पादन अनुमान ज्यादा
अन्य राज्यों में गुजरात से 50 हजार टन, उत्तराखंड से 38 हजार टन, चंडीगढ़ से 11 हजार टन तथा बिहार से पांच हजार और हिमाचल प्रदेश से तीन हजार टन गेहूं की खरीद हुई है। कृषि मंत्रालय के तीसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार चालू रबी में गेहूं का रिकार्ड 10.71 करोड़ टन उत्पादन का अनुमान है जोकि पिछले साल के 10.36 करोड़ टन से अधिक है।.......... आर एस राणा

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