आर एस राणा
नई दिल्ली। देश के कई राज्यों में प्री मानसून के साथ ही चालू महीने में हुई अच्छी बारिश से खरीफ फसलों की बुआई में 39.38 फीसदी की तेजी आई है। कपास के साथ ही तिलहन और मोटे अनाजों की बुआई में इस दौरान ज्यादा बढ़ोतरी हुई है। कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू सीजन में खरीफ फसलों की बुआई बढ़कर 131.34 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 94.23 लाख हेक्टेयर में फसलों की बुआई हो पाई थी। गन्ने की बुआई चालू खरीफ सीजन में बढ़कर 48.63 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जोकि पिछले साल की इसी अवधि के 48.01 लाख हेक्टेयर से ज्यादा है।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार पहली जून से 19 जून के दौरान देशभर में सामान्य से 30 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है। इस दौरान पूरे देश में औसतन 88.4 मिलीमीटर बारिश होती है जबकि चालू सीजन में 114.7 मिलीमीटर बारिश हुई है। इस दौरान मध्य भारत में सामान्य से 79 फीसदी ज्यादा और दक्षिण भारत के राज्यों में औसत से 14 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है। मध्य भारत के राज्यों मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र के मराठवाड़ा एवं विदर्भ के अलावा छत्तीसगढ़ तथा ओडिशा में सामान्य से ज्यारा बारिश दर्ज की गई है।
धान की रोपाई में कमी, दलहन की शुरूआती बुआई बढ़ी
खरीफ की प्रमुख फसल धान की रोपाई 10.05 लाख हेक्टेयर में हुई है जोकि पिछले साल की समान अवधि 10.28 लाख हेक्टेयर से थोड़ी कम है। दालों की बुआई चालू खरीफ में बढ़कर 4.58 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक केवल 2.22 लाख हेक्टेयर में ही बुआई हो पाई थी। दालों में अरहर की बुआई 1.25 लाख हेक्टेयर में, उड़द की 65 हजार हेक्टेयर में और मूंग की बुआई 1.54 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक इनकी बुआई क्रमश: 47 हजार, 44 हजार और 31 हजार हेक्टेयर में ही हुई थी। अन्य दालों की बुआई भी 1.13 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है।
मोटे अनाजों में मक्का और बाजरा की बुआई ज्यादा
मोटे अनाजों की बुआई चालू खरीफ में बढ़कर 19.16 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक इनकी बुआई केवल 7.83 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई थी। बाजरा की बुआई बढ़कर 5.92 लाख हेक्टेयर में, ज्वार की 1.20 लाख हेक्टेयर में और रागी की एक लाख हेक्टेयर में हो चुकी है। पिछले साल इस समय तक इनकी बुआई क्रमश: 66 हजार हेक्टेयर, 25 हजार हेक्टेयर और 1.02 हेक्टेयर में हुई थी। मक्का की बुआई बढ़कर चालू सीजन में 10.43 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक केवल 5.25 लाख हेक्टेयर में ही मक्का की बुआई हो पाई थी।
मूंगफली के साथ ही कपास की बुआई बढ़ी
खरीफ तिलहन की बुआई चालू सीजन में बढ़कर 14.36 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 1.63 लाख हेक्टेयर में ही इनकी बुआई हो पाई थी। मूंगफली की बुआई बढ़कर 10.12 लाख हेक्टेयर में हुई है जोकि पिछले साल की समान अवधि के 0.62 लाख हेक्टेयर से ज्यादा है। खरीफ तिलहन की प्रमुख फसल सोयाबीन की बुआई 3.52 लाख हेक्टेयर में और सनफ्लावर की 23 हजार हेक्टेयर में हो चुकी है। कपास की बुआई चालू खरीफ सीजन में बढ़कर 28.77 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी बुआई केवल 18.18 लाख हेक्टेयर में ही हुई थी।............ आर एस राणा
नई दिल्ली। देश के कई राज्यों में प्री मानसून के साथ ही चालू महीने में हुई अच्छी बारिश से खरीफ फसलों की बुआई में 39.38 फीसदी की तेजी आई है। कपास के साथ ही तिलहन और मोटे अनाजों की बुआई में इस दौरान ज्यादा बढ़ोतरी हुई है। कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू सीजन में खरीफ फसलों की बुआई बढ़कर 131.34 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 94.23 लाख हेक्टेयर में फसलों की बुआई हो पाई थी। गन्ने की बुआई चालू खरीफ सीजन में बढ़कर 48.63 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जोकि पिछले साल की इसी अवधि के 48.01 लाख हेक्टेयर से ज्यादा है।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार पहली जून से 19 जून के दौरान देशभर में सामान्य से 30 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है। इस दौरान पूरे देश में औसतन 88.4 मिलीमीटर बारिश होती है जबकि चालू सीजन में 114.7 मिलीमीटर बारिश हुई है। इस दौरान मध्य भारत में सामान्य से 79 फीसदी ज्यादा और दक्षिण भारत के राज्यों में औसत से 14 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है। मध्य भारत के राज्यों मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र के मराठवाड़ा एवं विदर्भ के अलावा छत्तीसगढ़ तथा ओडिशा में सामान्य से ज्यारा बारिश दर्ज की गई है।
धान की रोपाई में कमी, दलहन की शुरूआती बुआई बढ़ी
खरीफ की प्रमुख फसल धान की रोपाई 10.05 लाख हेक्टेयर में हुई है जोकि पिछले साल की समान अवधि 10.28 लाख हेक्टेयर से थोड़ी कम है। दालों की बुआई चालू खरीफ में बढ़कर 4.58 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक केवल 2.22 लाख हेक्टेयर में ही बुआई हो पाई थी। दालों में अरहर की बुआई 1.25 लाख हेक्टेयर में, उड़द की 65 हजार हेक्टेयर में और मूंग की बुआई 1.54 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक इनकी बुआई क्रमश: 47 हजार, 44 हजार और 31 हजार हेक्टेयर में ही हुई थी। अन्य दालों की बुआई भी 1.13 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है।
मोटे अनाजों में मक्का और बाजरा की बुआई ज्यादा
मोटे अनाजों की बुआई चालू खरीफ में बढ़कर 19.16 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक इनकी बुआई केवल 7.83 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई थी। बाजरा की बुआई बढ़कर 5.92 लाख हेक्टेयर में, ज्वार की 1.20 लाख हेक्टेयर में और रागी की एक लाख हेक्टेयर में हो चुकी है। पिछले साल इस समय तक इनकी बुआई क्रमश: 66 हजार हेक्टेयर, 25 हजार हेक्टेयर और 1.02 हेक्टेयर में हुई थी। मक्का की बुआई बढ़कर चालू सीजन में 10.43 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक केवल 5.25 लाख हेक्टेयर में ही मक्का की बुआई हो पाई थी।
मूंगफली के साथ ही कपास की बुआई बढ़ी
खरीफ तिलहन की बुआई चालू सीजन में बढ़कर 14.36 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 1.63 लाख हेक्टेयर में ही इनकी बुआई हो पाई थी। मूंगफली की बुआई बढ़कर 10.12 लाख हेक्टेयर में हुई है जोकि पिछले साल की समान अवधि के 0.62 लाख हेक्टेयर से ज्यादा है। खरीफ तिलहन की प्रमुख फसल सोयाबीन की बुआई 3.52 लाख हेक्टेयर में और सनफ्लावर की 23 हजार हेक्टेयर में हो चुकी है। कपास की बुआई चालू खरीफ सीजन में बढ़कर 28.77 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी बुआई केवल 18.18 लाख हेक्टेयर में ही हुई थी।............ आर एस राणा
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