आर एस राणा
नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी के कारण हुए लॉकडाउन के दौरान किसानों को भले ही टमाटर के साथ प्याज का उचित दाम नहीं मिल पा रहा, इसके बावजूद भी देश में बागवानी फसलों की बुवाई और उत्पादन में बढ़ोतरी हो रही है। दूसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2019-20 में बागवानी फसलों का उत्पादन 3.13 फीसदी बढ़कर 32.04 करोड़ टन होने का अनुमान है जोकि खाद्यान्न उत्पादन अनुमान से भी ज्यादा है।
कृषि मंत्रालय के दूसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2019-20 में बागवानी फसलों की बुवाई 2.56 करोड़ हेक्टेयर में हुई है जोकि पिछले साल 2018-19 के 2.54 करोड़ हेक्टेयर से ज्यादा है। अत: बुवाई में हुई बढ़ोतरी से बागवानी फसलों का उत्पादन भी बढ़कर 32.04 करोड़ टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल 31.07 करोड़ टन का ही उत्पादन हुआ था। बागवानी फसलों में सब्जियों के साथ ही फलों का उत्पादन चालू सीजन में ज्यादा होने का अनुमान है।
प्याज का उत्पादन अनुमान ज्यादा, आलू का कम
मंत्रालय के अनुसार प्याज का उत्पादन चालू फसल सीजन 2019-20 में 17 फीसदी बढ़कर 267.4 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसका उत्पादन 228.2 लाख टन का हुआ था। हालाकि इस दौरान आलू के उत्पादन में कमी आने का अनुमान है। आलू का उत्पादन चालू फसल सीजन में घटकर 513 लाख टन ही होने का अनुमान है जबकि पिछले साल देश में 519.47 लाख टन आलू का उत्पादन हुआ था। आलू की बुआई में तो बढ़ोतरी हुई थी, लेकिन बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से फसल को नुकसान हुआ था।
टमाटर का उत्पादन 8.2 फीसदी ज्यादा
मंत्रालय के दूसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार टमाटर का उत्पादन 8.2 फीसदी बढ़कर 205.7 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल देश में 190.1 लाख टन टमाटर का ही उत्पादन हुआ था। मंत्रालय के अनुसार फसल सीजन 2019-20 के दूसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार फलों का उत्पादन बढ़कर 990.7 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल 979.7 लाख टन का ही उत्पादन हुआ था। दिल्ली की आजादपुर फल एवं सब्जी मंडी में दो जून को प्याज का भाव 2.50 से 9 रुपये प्रति किलो तथा टमाटर का भाव 1.25 से 4.75 रुपये प्रति किलो रहा। आलू का भाव मंडी में 6 से 22 रुपये प्रति किलो रहा।............... आर एस राणा
नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी के कारण हुए लॉकडाउन के दौरान किसानों को भले ही टमाटर के साथ प्याज का उचित दाम नहीं मिल पा रहा, इसके बावजूद भी देश में बागवानी फसलों की बुवाई और उत्पादन में बढ़ोतरी हो रही है। दूसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2019-20 में बागवानी फसलों का उत्पादन 3.13 फीसदी बढ़कर 32.04 करोड़ टन होने का अनुमान है जोकि खाद्यान्न उत्पादन अनुमान से भी ज्यादा है।
कृषि मंत्रालय के दूसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2019-20 में बागवानी फसलों की बुवाई 2.56 करोड़ हेक्टेयर में हुई है जोकि पिछले साल 2018-19 के 2.54 करोड़ हेक्टेयर से ज्यादा है। अत: बुवाई में हुई बढ़ोतरी से बागवानी फसलों का उत्पादन भी बढ़कर 32.04 करोड़ टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल 31.07 करोड़ टन का ही उत्पादन हुआ था। बागवानी फसलों में सब्जियों के साथ ही फलों का उत्पादन चालू सीजन में ज्यादा होने का अनुमान है।
प्याज का उत्पादन अनुमान ज्यादा, आलू का कम
मंत्रालय के अनुसार प्याज का उत्पादन चालू फसल सीजन 2019-20 में 17 फीसदी बढ़कर 267.4 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसका उत्पादन 228.2 लाख टन का हुआ था। हालाकि इस दौरान आलू के उत्पादन में कमी आने का अनुमान है। आलू का उत्पादन चालू फसल सीजन में घटकर 513 लाख टन ही होने का अनुमान है जबकि पिछले साल देश में 519.47 लाख टन आलू का उत्पादन हुआ था। आलू की बुआई में तो बढ़ोतरी हुई थी, लेकिन बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से फसल को नुकसान हुआ था।
टमाटर का उत्पादन 8.2 फीसदी ज्यादा
मंत्रालय के दूसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार टमाटर का उत्पादन 8.2 फीसदी बढ़कर 205.7 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल देश में 190.1 लाख टन टमाटर का ही उत्पादन हुआ था। मंत्रालय के अनुसार फसल सीजन 2019-20 के दूसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार फलों का उत्पादन बढ़कर 990.7 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल 979.7 लाख टन का ही उत्पादन हुआ था। दिल्ली की आजादपुर फल एवं सब्जी मंडी में दो जून को प्याज का भाव 2.50 से 9 रुपये प्रति किलो तथा टमाटर का भाव 1.25 से 4.75 रुपये प्रति किलो रहा। आलू का भाव मंडी में 6 से 22 रुपये प्रति किलो रहा।............... आर एस राणा
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