आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू रबी विपणन सीजन 2020-21 में 19 मई तक गेहूं की खरीद 313.27 लाख टन पर पहुंच गई है, जोकि तय लक्ष्य 407 लाख टन का 76.98 फीसदी है। पंजाब, मध्य प्रदेश और हरियाणा में खरीद जोरों पर है लेकिन सबसे बड़े उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश और राजस्थान में खरीद शुरू हुए महीनेभर से ज्यादा बीतने के बाद भी तेजी नहीं पकड़ पाई है।
केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री राम विलास पासवान ने बुधवार को एक ट्वीट के जरिए बताया कि रबी सीजन 2020-21 के लिए तय खरीद लक्ष्य के तहत किसानों से गेहूं और चावल की खरीद का काम जारी है। उन्होंने कहा कि भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने 19 मई तक 313.27 लाख टन गेहूं और 49.44 लाख टन चावल की खरीद कर ली है। सभी खरीद केंद्रों पर कोविड-19 संक्रमण से सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है।
भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के अनुसार पंजाब और मध्य प्रदेश में गेहूं की खरीद तय लक्ष्य के करीब पहुंचने वाली है, जबकि हरियाणा में भी खरीद तय लक्ष्य के 72 फीसदी से ज्यादा हो चुकी है। उत्तर प्रदेश से गेहूं की खरीद 15 अप्रैल से शुरू हुई थी, जबकि 19 मई तक राज्य की मंडियों से समर्थन मूल्य पर तय लक्ष्य का 30.93 फीसदी गेहूं ही खरीदा गया है। राजस्थान से भी अभी तक गेहूं की खरीद तय लक्ष्य के 50 फीसदी तक भी नहीं पहुंची है।
उत्तर प्रदेश से राजस्थान से खरीद काफी कम
उत्तर प्रदेश के खाद्य एवं रसद विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार राज्य की मंडियों से अभी तक समर्थन मूल्य पर 17.01 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी है। उन्होंने बताया कि राज्य के 3,39,519 किसानों से गेहूं खरीदा जा चुका है। राज्य से चालू रबी विपणन सीजन में गेहूं की खरीद का लक्ष्य 55 लाख टन का तय किया गया है जबकि पिछले रबी में 37 लाख टन गेहूं की खरीद ही हो पाई थी। चालू रबी में राज्य में 363 लाख टन गेहूं के उत्पादन का अनुमान है। एफसीआई के अनुसार राजस्थान से गेहूं की खरीद 8.38 लाख टन की ही हो पाई है जबकि खरीद का लक्ष्य 17 लाख टन का तय किया गया है।
कुल खरीद सबसे ज्यादा हिस्सेदारी पंजाब, मध्य प्रदेश और हरियाणा की
एफसीआई के अनुसार अभी तक हुई खरीद में पंजाब से सबसे ज्यादा 124.31 लाख टन, मध्य प्रदेश में करीब 94.54 लाख टन और हरियाणा में 68.42 लाख टन गेहूं की सरकारी खरीद हुई है। अन्य राज्यों में उत्तराखंड से 28,000 टन, चंडीगढ़ से 11,000 टन, गुजरात में 15,000 टन, हिमाचल प्रदेश में 3,000 टन और बिहार से भी 3,000 टन गेहूं की खरीद हुई है।
गेहूं की खरीद का लक्ष्य 407 लाख टन, रिकार्ड 10.71 करोड़ टन उत्पादन का अनुमान
केंद्र सरकार ने चालू रबी विपणन सीजन 2020-21 में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 407 लाख टन गेहूं की खरीद करने का लक्ष्य रखा है, जोकि पिछले साल के मुकाबले करीब 66 लाख टन अधिक है। पिछले साल समर्थन मूल्य पर 341.32 लाख टन गेहूं खरीदा गया था। पंजाब से इस साल 135 लाख टन, हरियाणा में 95 लाख टन, मध्य प्रदेश में 100 लाख टन, उत्तर प्रदेश में 55 लाख टन और राजस्थान में 17 लाख टन गेहूं की सरकारी खरीद का लक्ष्य रखा गया है। कृषि मंत्रालय के तीसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार चालू रबी में गेहूं का रिकार्ड 10.71 करोड़ टन उत्पादन का अनुमान है जोकि पिछले साल के 10.36 करोड़ टन से अधिक है। चालू रबी में गेहूं का समर्थन मूल्य 1,925 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है, जबकि पिछले रबी सीजन में 1,840 रुपये प्रति क्विंटल की दर से गेहूं की खरीद हुई थी।............. आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू रबी विपणन सीजन 2020-21 में 19 मई तक गेहूं की खरीद 313.27 लाख टन पर पहुंच गई है, जोकि तय लक्ष्य 407 लाख टन का 76.98 फीसदी है। पंजाब, मध्य प्रदेश और हरियाणा में खरीद जोरों पर है लेकिन सबसे बड़े उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश और राजस्थान में खरीद शुरू हुए महीनेभर से ज्यादा बीतने के बाद भी तेजी नहीं पकड़ पाई है।
केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री राम विलास पासवान ने बुधवार को एक ट्वीट के जरिए बताया कि रबी सीजन 2020-21 के लिए तय खरीद लक्ष्य के तहत किसानों से गेहूं और चावल की खरीद का काम जारी है। उन्होंने कहा कि भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने 19 मई तक 313.27 लाख टन गेहूं और 49.44 लाख टन चावल की खरीद कर ली है। सभी खरीद केंद्रों पर कोविड-19 संक्रमण से सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है।
भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के अनुसार पंजाब और मध्य प्रदेश में गेहूं की खरीद तय लक्ष्य के करीब पहुंचने वाली है, जबकि हरियाणा में भी खरीद तय लक्ष्य के 72 फीसदी से ज्यादा हो चुकी है। उत्तर प्रदेश से गेहूं की खरीद 15 अप्रैल से शुरू हुई थी, जबकि 19 मई तक राज्य की मंडियों से समर्थन मूल्य पर तय लक्ष्य का 30.93 फीसदी गेहूं ही खरीदा गया है। राजस्थान से भी अभी तक गेहूं की खरीद तय लक्ष्य के 50 फीसदी तक भी नहीं पहुंची है।
उत्तर प्रदेश से राजस्थान से खरीद काफी कम
उत्तर प्रदेश के खाद्य एवं रसद विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार राज्य की मंडियों से अभी तक समर्थन मूल्य पर 17.01 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी है। उन्होंने बताया कि राज्य के 3,39,519 किसानों से गेहूं खरीदा जा चुका है। राज्य से चालू रबी विपणन सीजन में गेहूं की खरीद का लक्ष्य 55 लाख टन का तय किया गया है जबकि पिछले रबी में 37 लाख टन गेहूं की खरीद ही हो पाई थी। चालू रबी में राज्य में 363 लाख टन गेहूं के उत्पादन का अनुमान है। एफसीआई के अनुसार राजस्थान से गेहूं की खरीद 8.38 लाख टन की ही हो पाई है जबकि खरीद का लक्ष्य 17 लाख टन का तय किया गया है।
कुल खरीद सबसे ज्यादा हिस्सेदारी पंजाब, मध्य प्रदेश और हरियाणा की
एफसीआई के अनुसार अभी तक हुई खरीद में पंजाब से सबसे ज्यादा 124.31 लाख टन, मध्य प्रदेश में करीब 94.54 लाख टन और हरियाणा में 68.42 लाख टन गेहूं की सरकारी खरीद हुई है। अन्य राज्यों में उत्तराखंड से 28,000 टन, चंडीगढ़ से 11,000 टन, गुजरात में 15,000 टन, हिमाचल प्रदेश में 3,000 टन और बिहार से भी 3,000 टन गेहूं की खरीद हुई है।
गेहूं की खरीद का लक्ष्य 407 लाख टन, रिकार्ड 10.71 करोड़ टन उत्पादन का अनुमान
केंद्र सरकार ने चालू रबी विपणन सीजन 2020-21 में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 407 लाख टन गेहूं की खरीद करने का लक्ष्य रखा है, जोकि पिछले साल के मुकाबले करीब 66 लाख टन अधिक है। पिछले साल समर्थन मूल्य पर 341.32 लाख टन गेहूं खरीदा गया था। पंजाब से इस साल 135 लाख टन, हरियाणा में 95 लाख टन, मध्य प्रदेश में 100 लाख टन, उत्तर प्रदेश में 55 लाख टन और राजस्थान में 17 लाख टन गेहूं की सरकारी खरीद का लक्ष्य रखा गया है। कृषि मंत्रालय के तीसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार चालू रबी में गेहूं का रिकार्ड 10.71 करोड़ टन उत्पादन का अनुमान है जोकि पिछले साल के 10.36 करोड़ टन से अधिक है। चालू रबी में गेहूं का समर्थन मूल्य 1,925 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है, जबकि पिछले रबी सीजन में 1,840 रुपये प्रति क्विंटल की दर से गेहूं की खरीद हुई थी।............. आर एस राणा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें