14 अक्तूबर 2013
ओएमएसएस के गेहूं मूल्य की होगी नियमित समीक्षा
आर एस राणा नई दिल्ली | Oct 14, 2013, 04:04AM IST
मकसद - ओएमएसएस में गेहूं की बिक्री को रफ्तार देने के लिए उठाया कदम
सरकारी प्लान
सचिवों की कमेटी गेहूं के बिक्री भाव व बाजार मूल्य पर नजर रखेगी
हर हफ्ते ईजीओएम को मूल्य समीक्षा रिपोर्ट सौंपी जाएगी
ईजीओएम बिक्री मूल्य के बारे में करेगा समुचित फैसला
राज्यवार बिक्री शुरू होने पर भी उठाव में तेजी नहीं
23 सितंबर से केवल 84,260 टन गेहूं की बिक्री हो पाई
सरकार पांच मंत्रालय सचिवों की कमेटी बनाएगी हर हफ्ते समीक्षा के लिए
केंद्र सरकार ने खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत रोलर फ्लोर मिलों को बेचे जाने वाले गेहूं की हर सप्ताह समीक्षा करने की योजना बनाई है। इसकी समीक्षा के लिए पांच सचिवों की कमेटी का गठन किया जायेगा। कमेटी हर सप्ताह ओएमएसएस के तहत गेहूं के बिक्री भाव और खुले बाजार में प्रचलित भाव की समीक्षा कर अपनी रिपोर्ट मंत्रियों के अधिकार प्राप्त समूह (ईजीओएम) का सौंपेगी।
खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बिजनेस भास्कर को बताया कि ओएमएसएस के तहत गेहूं के बिक्री भाव की समीक्षा करने के लिए सचिव स्तर की कमेटी बनाई जायेगी, इसका गठन आगामी सप्ताह में होने की संभावना है।
इस कमेटी में वित्त सचिव, योजना आयोग के सचिव, कृषि और उपभोक्ता मामले मंत्रालय के सचिव के साथ ही खाद्य सचिव होंगे।
कमेटी ओएमएसएस के तहत गेहूं के बिक्री भाव और हाजिर भाव की समीक्षा के अलावा पविहन खर्च आदि की समीक्षा करके अपनी नियमित रिपोर्ट ईजोओएम को सौंपेगी। ईजीओएम ओएमएसएस के तहत गेहूं
के बिक्री भाव के मामले में समुचित फैसला करेगी।
उन्होंने बताया कि ओएमएसएस के तहत गेहूं की बिक्री राज्यवार करने के बावजूद उठाव में तेजी नहीं आ रही है। सरकार ने 23 सितंबर को गेहूं की बिक्री राज्यवार करने का फैसला लिया था। उसके बाद से अभी तक केवल 84,260 टन गेहूं की बिक्री हो पाई है।
इसमें सबसे ज्यादा गेहूं की खरीद दिल्ली की फ्लोर मिलों ने 21,000 टन, पंजाब की फ्लोर मिलों ने 15,570 टन, हरियाणा की फ्लोर मिलों ने 10,632 टन, तमिलनाडु की फ्लोर मिलों ने 10,850 टन और राजस्थान की फ्लोर मिलों ने 1,050 टन तथा चंडीगढ़ की फ्लोर मिलों ने 3,195 टन गेहूं की खरीद की है। ओएमएसएस के तहत अभी
तक केवल 1.97 लाख टन गेहूं की बिक्री हुई है।
ओएमएसएस के तहत गेहूं खरीदने के लिए दिल्ली की फ्लोर मिलों के लिए निविदा भरने का न्यूनतम दाम 1,538 रुपये, मध्य प्रदेश में 1,617 रुपये, राजस्थान में 1,566 रुपये, उत्तर प्रदेश में 1,582 रुपये प्रति क्विंटल है।
अन्य राज्यों में महाराष्ट्र की रोलर फ्लोर मिलों के लिए निविदा भरने का न्यूनतम दाम 1,681 रुपये, तमिलनाडु में 1,725 रुपये, कर्नाटक में 1,753 रुपये, केरल में 1,780 रुपये, बिहार में 1,638 रुपये, उत्तराखंड में 1,548 रुपये, झारखंड में 1,681 रुपये और
उड़ीसा के लिए 1,698 रुपये तय किया गया है।
आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) की 21 जून को ओएमएसएस के तहत 95 लाख टन गेहूं बेचने का फैसला किया था। इसके तहत 85 लाख टन गेहूं की बिक्री बल्क कंज्यूमर को और 10 लाख टन की बिक्री स्मॉल ट्रेडर्स को करनी है। केंद्रीय पूल में पहली सितंबर को 589.33 लाख टन खाद्यान्न का स्टॉक मौजूद था, इसमें 383.60 लाख टन गेहूं और 205.73 लाख टन चावल का स्टॉक जमा है।(Business Bhaskar......R S Rana)
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