31 अक्तूबर 2013
'स्पॉट' को भुगतान के लिए मोहन इंडिया तैयार
संकट में फंसे नैशनल स्पॉट एक्सचेंज (एनएसईएल) और उसके एक बकायेदार सदस्य मोहन इंडिया लिमिडेट के बीच भुगतान को लेकर एक समझौता हुआ है। इसके तहत मोहन इंडिया एनएसईल को साल भर में 771 करोड़ रुपये के भुगतान का करेगी। इसमें पहले चरण में 11 करोड़ रुपये का भुगतान होगा और बाकी रकम एक साल के अंदर देने की बात कही गई है।
एक्सचेंज की दूसरी सबसे बड़ी बकायेदार मोहन इंडिया पर कुल 908 करोड़ रुपये की देनदारी है यानी फिलहाल भुगतान का जो करार हुआ है, उसमें 20 फीसदी कम रकम दी जा रही है। करार की खबर से फाइनैंशियल टेक्नोलॉजिज का शेयर 10.6 फीसदी चढ़कर 173.75 पर बंद हुआ। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) का शेयर भी 1.76 फीसदी बढ़त पर बंद हुआ।
एनएसईएल के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ साजी चेरियन ने कहा, 'एनएसईएल की नई टीम और एनएसईएल इन्वेस्टर्स फोरम (एनआईएफ) के प्रयासों के कारण सदस्यों से पैसे आने शुरू हो गए हैं। एक्सचेंज और निवेशकों के लिए यह सकारात्मक बात है। कुछ अन्य सदस्य भी अपने बकाया भुगतान के लिए जल्द ही आगे आ सकते हैं।
हम इस बारे में सभी तरह की जानकारी नियामकों एवं जांच अधिकारियोंं को उपलब्ध करा रहे हैं।Ó नई दिल्ली में एनआईएफ के संयोजक राजा विश्वनिधि डालमिया ने कहा, 'मोहन इंडिया के साथ एनएसईएल का करार निवेशकों का पैसा वापस लाने की दिशा में सकारात्मक कदम है।Ó मोहन इंडिया के निदेशक जगमोहन गर्ग ने कहा, 'बताई गई रकम का भुगतान साल भर के अंदर करने के लिए हम प्रतिबद्घ हैं।Ó
सूत्रों के मुताबिक मोहन इंडिया ने इस भुगतान के लिए बीकानेर में 500 एकड़ जमीन और नई दिल्ली के सिविल लाइंस इलाके में 14000 वर्ग गज का बंगला गिरवी रखा है। मोहन इंडिया दिल्ली की कंपनी है, जो चीनी, होटल और रियल एस्टेट कारोबार से जुड़ी है। कंपनी ने एक्सचेंज पर चीनी भंडारण में निवेश किया था।
सूत्रों ने बताया कि पीडी एग्रो के साथ 605 करोड़ रुपये का करार भी जल्द होने की उम्मीद है। अनुमान है कि पीडी एग्रो एक्सचेंज में 25 करोड़ रुपये का शुरुआती भुगतान करेगी और बाकी रकम एक साल के अंदर जमा करा सकती है। स्पिन कॉट भी 358 करोड़ रुपये में से 40 करोड़ रुपये दो महीने के अंदर देने को तैयार है। (BS Hindi)
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