16 अक्तूबर 2013
जिग्नेश नहीं रहेंगे स्थायी निदेशक
जिंस बाजार नियामक ने अब एमसीएक्स बोर्ड में जिग्नेश शाह की स्थायी सीट पर उंगली उठाई है। वायदा बाजार आयोग ने मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) से एक्सचेंज के बोर्ड में किसी भी व्यक्ति को स्थायी निदेशक के रूप में नहीं रखने को कहा है। वर्ष 2006 में एक्सचेंज के आर्टिकल ऑफ एसोसिएशन (एओए) में संशोधन कर जिग्नेश शाह को स्थायी निदेशक बनाया गया था। एमसीएक्स के बोर्ड में जिग्नेश शाह ही एकमात्र स्थायी निदेशक हैं।
एमसीएक्स के प्रवक्ता ने कहा, 'एफएमसी ने 12 अगस्त, 2013 और 13 सितंबर, 2013 को जिंस एक्सचेंजों के निदेशक मंडल के पुनर्गठन के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए थे। एमसीएक्स में इन्हें लागू करने की प्रक्रिया चल रही है। एमसीएक्स के बोर्ड में एक स्थायी सदस्य हैं और अब एफएमसी द्वारा जारी नए दिशानिर्देशों के मुताबिक हम एक्सचेंज के संगठन के आर्टिकल ऑफ एसोसिएशन में संशोधन करेंगे।Ó इस बारे में जानकारी रखने वाले सूत्रों ने कहा कि एक्सचेंज के नियमित कंपनी होने के नाते एफएमसी चाहता है कि बोर्ड में नियुक्त किए जाने वाला निदेशक 'फिट ऐंड प्रॉपर पर्सनÓ होना चाहिए और इसकी जांच-पड़ताल की जानी चााहिए। इसलिए जिंस एक्सचेंज में कोई भी हिस्सेदार निदेशक स्थायी निदेशक नहीं होना चाहिए।
यह मसला एमसीएक्स के लिए और भी अहम है, क्योंकि महज एक पखवाड़े पहले ही एफएमसी ने जिग्नेश शाह और अन्य को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। उनसे पूछा गया है कि एनएसईएल मामले के बाद उनके 'फिट ऐंड प्रॉपर पर्सनÓ के दर्जे को क्यों न समाप्त किया जाए। पिछले सप्ताह जिग्नेश शाह एमसीएक्स-एसएक्स के बोर्ड से त्यागपत्र देने को बाध्य किया गया था। उनके साथ ही एमसीएक्स-एसएक्स के एमडी को भी त्यागपत्र देना पड़ा था।
पिछले सप्ताह एफएमसी ने बोर्ड स्तर की नियुक्तियों के संबंध में जिंस एक्सचेंजों के लिए नए नियम जारी किए थे। इन नए नियमों से बोर्ड में एफटी को केवल एक ही सीट मिलेगी। एफटी एमसीएक्स की प्रवर्तक और प्रमुख हिस्सेदार है। वर्तमान में एक्सचेंज के बोर्ड में जिग्नेश शाह (नॉन एक्जीक्यूटिव वाइस चेयरमैन) और पारस अजमेरा दो हिस्सेदार निदेशक हैं। शाह एक्सचेंज के एमडी थे और एक्सचेंज को सफल बनाने में उनका प्रमुख योगदान रहा है। उन्होंने एमसीएक्स को सबसे बड़ा एक्सचेंज बना दिया। वर्ष 2006 में जोसेफ मैसी ने एमडी का पदभार संभाला था और उस समय जिग्नेश शाह को आर्टिकल ऑफ एसोसिएशन (एओए) में संशोधन कर निदेशक बना दिया गया था। एफएमसी ने अपने निर्देशों को लागू करने के लिए एक्सचेंज से एओए में फिर से संशोधन करने को कहा है। देश में छह जिंस एक्सचेंज हैं, जिनमें से दो में स्थायी निदेशक हैं। एक अन्य एक्सचेंज हाल में शुरू हुआ यूनिवर्सल कमोडिटी एक्सचेंज (यूसीएक्स) हैं, जिसके प्रवर्तक केतन सेठ स्थायी निदेशक हैं। एफएमसी के निर्देशों के पालन के लिए उन्हें भी एओए में संशोधन करना होगा। (BS HIndi)
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