07 अक्तूबर 2013
एनएसईएल के गोदामों में रखे ऊन की गुणवत्ता घटिया
स्विस कंपनी एसजीएस ने द्वारा नैशनल स्पॉट एक्सचेंज (एनएसईएल) में जमा सामानों की जांच के दौरान मात्रा में भारी कमी की बात कही थी, लेकिन अब नीलामी प्रक्रिया में यह बात सामने आई है कि इस माल की गुणवत्ता भी घटिया है।
कच्चे ऊन के भंडार को यदि नीलामी में श्रेष्ठï कीमतों पर भी बेचा जाता है तो भी इससे सिर्फ 5.17 करोड़ रुपये की रकम प्राप्त होगी जबकि बकाया रकम 730 करोड़ रुपये है। नीलामी प्रक्रिया से नजदीकी से जुड़े एक अधिकारी ने कहा, 'एआरके लुुधियाना के गोदामों में रखे कच्चे ऊन के स्टॉक राजस्थान का है जो बाजार में लगभग 29 रुपये प्रति किलोग्राम पर बिक रहा है जबकि एनएसईएल के अनुबंध निर्देशों के अनुसार यह आस्ट्रेलियन का ऊन होना चाहिए और इसकी कीमत 700 रुपये प्रति किलोग्राम पर होनी चाहिए।Ó
उन्होंने कहा, 'एनएसईएल में श्रेष्ठï बोली कीमत 21 रुपये पर तय की गई थी जो मूल वैल्यू का महज 3 फीसदी है।Ó एनएसईएल के प्रवक्ता ने एक ईमेल जवाब में कहा, 'जहां तक ऊन के मुद्दे की बात है तो इस पर जांच चल रही है।Ó
गुणवत्ता में अंतर का पता एसजीएस को सौंपी गई प्रगति रिपोर्ट में चला है जिसमें मात्रा में 75-80 फीसदी की कमी की बात कही गई थी। 26 जुलाई की रिपोर्ट में एनएसईएल के भंडार की स्थिति के अनुसार लुधियाना स्थित एआरके इम्पोट्ïर्स द्वारा प्रबंधित गोदामों में उपलब्ध कच्चे ऊन का स्टॉक 11,190 टन था। इस स्टॉक के अनुरूप एक्सचेंज पर ओपन इंटरेस्ट पोजीशन बनी थी।
बिजनेस स्टैंडर्ड ने इतनी मात्रा में कच्चे ऊन का स्टॉक नहीं पाए जाने के बारे में पहली खबर दी थी जो पूरे देश के कुल सालाना उत्पादन के बराबर था और जिसे 2 अगस्त को एक जगह पर रखा गया था। बिजनेस स्टैंडर्ड ने यह भी पाया था कि गोदामों में कई महीने से गतिविधियां सीमित थीं।
एनएसईएल द्वारा भंडार की स्थिति के बारे में 6 अगस्त 2013 को मुहैया कराए गए व्यापक आंकड़े में कहा गया कि पुरबा और सीरा गांवों में एआरके इम्पोट्ïर्स के दो गोदामों में 5265 टन और 5454 टन का स्टॉक है। एनएसईएल ने इस स्टॉक की वैल्यू 377.53 करोड़ रुपये और 391.10 करोड़ रुपये लगाई। इस प्रकार एक्सचेंज में 10,719 टन के कुल ऊन के स्टॉक की वैल्यू 717 रुपये प्रति किलोगा्रम की औसतन कीमत पर 768.63 करोड़ रुपये थी।
हालांकि एसजीएस द्वारा एआरके इम्पोट्ïर्स के पुरबा गोदाम के जांच के अनुसार इसमें 1247.4 टन कच्चा ऊन था जबकि सीरा गांव के गोदाम में इससे कुछ कम 1216.8 टन ऊन था। 21 रुपये की बोली कीमत पर यह स्टॉक 5,17,48,200 रुपये का होगा। (BS Hindi)
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