14 अक्तूबर 2013
एनएसईएल प्रबंधन ने अन्य विभागों को रखा अंधेरे में
नैशनल स्पॉट एक्सचेंज लिमिटेड (एनएसईएल) के प्रबंधन ने जानबूझकर एक्सचेंज के विभिन्न विभागों को अंधेरे में रखा। गोदाम रसीद बनाने, क्लियरिंग और निपटान व्यवस्था का सिस्टम बिल्कुल स्वतंत्र था और इनके द्वारा तैयार आंकड़ों का नियमित आधार पर मिलान नहीं किया गया।
एक वरिष्ठ नियामकीय अधिकारी ने कहा, 'एक समन्वित व्यवस्था स्टॉफ को सचेत कर देती है और गोदाम के स्टॉक और कारोबार में अंतर के बारे में सभी को पता चल जाता है। लेकिन इसमें एक विभाग को यह नहीं पता था कि दूसरा विभाग क्या कर रहा है, इसलिए स्टॉक में इतनी भारी कमी होने के बावजूद इस पर लंबे समय तक ध्यान नहीं दिया गया। चुनिंदा लोगों को छोड़कर किसी को वास्तविक स्थिति के बारे में नहीं पता था।Ó
निवेशकों को एक्सचेंज के गोदामों में अपर्याप्त स्टॉक के बारे में दो महीने पहले पता चला। इसके बाद हुए स्टॉक ऑडिट में एनएसईएल के गोदामों में 70 से 80 फीसदी स्टॉक कम मिला। फॉरेंसिक ऑडिटर की रिपोर्ट के मुताबिक, 'ऐसा लगता है कि एनएसईएल में स्वतंत्र सिस्टम था, जिसमें महत्त्वपूर्ण आंकड़ों का भी आदान-प्रदान नहीं होता था।
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